कोरबा

गेवरा दीपका : रोजगार व अन्य मांग को लेकर भूविस्थापित दीपका में कर रहे हैं आंदोलन

रोजगार व अन्य मांग को लेकर भूविस्थापित दीपका में कर रहे हैं आंदोलन

गेवरा दीपका@sushil tiwari

साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल दीपका परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों ने अपने लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर दीपका के जीएम कार्यालय के सामने दो दिनों से तंबू लगाकर अपने लंबित रोजगार व अन्य मांगो के लिए दीपका प्रबंधन से मांग कर प्रदर्शन कर रहे हैं इनका कहना है कि एक सितंबर को मलगांव फेस पर तीन दिनों तक अनशन किया गया था प्रबंधन ने अनशन को यह कहकर समाप्त कराया था कि लंबित रोजगार व अन्य मांग को एसईसीएल बिलासपुर हेड क्वार्टर से अग्रिम कार्रवाई कर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा तब कहीं जाकर अनशन को समाप्त किया गया था प्रभावित ग्रामीण हमेशा की तरह एसईसीएल अपने आश्वासन वादे को पूरा नहीं किया और धोखा ही मिला इसके बाद लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर सिलसिले वर एसईसीएल दीपका प्रबंधन ने बैठकें ली प्रभावित ग्रामीणों को बैठक में गोलमोल गुमराह जवाब देते रहे लेकिन लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर कोई सार्थक कार्यवाही नहीं हो पाया और मजबूरनवंश बार-बार आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा रहा है 11 सितंबर सोमवार को एसईसीएल दीपका जीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया लगभग 2 घंटे प्रदर्शन के बाद जीएम दफ्तर के सामने ही तंबू लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिये ।

गौरवतलब है कि कोरबा जिले के प्रभावित किसानों की जमीनों को एसईसीएल अपने कोयला खदान खोलने के लिए अर्जित कर लिया जाता है कोयले से राष्ट्र के लिए बिजली व अन्य कामों के विकास कार्य किए जाते हैं साथी एशिया की सबसे बड़ी कोल माइंस गेवरा दीपका मेगा प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है और यहां से राष्ट्र के विकास के लिए सबसे अधिक राजस्व की भागीदारी निभाई जाती है लेकिन कोरबा जिले के किसानों की विडंबना है कि जमीन देने वाले किसान आज भी अपने रोजगार व अन्य मांगों के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रही हैं अपने परिवार की दो जून रोजी-रोटी के लिए तमाम तरह की लड़ाई एसईसीएल जिला प्रशासन और सरकार से मांग करते आ रहे हैं फिर भी विकास के नाम पर किसानों को सिर्फ लूट व धोखा ही मिला है ।

प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की मांग है कि एसईसीएल दीपका क्षेत्र द्वारा पूर्व में अधिग्रहित ग्रामों में रोजगार के लिए लागू नियमों का पालन कर सभी को रोजगार प्रदान किया जाए अर्जन के बाद जन्म लेने वाले आश्रितों को भी रोजगार दिया जाए पूर्व लागू 1988 के नियम में अर्जन के बाद जन्म लेने वाले आश्रितों के रोजगार नहीं देने कोई उल्लेख नहीं है पुराने प्रकरणों पर तत्काल कार्यवाही की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है ग्रामीणों का कहना है कि इसके बाद भी मांग पूरी नहीं की गई तो वे क्षेत्रीय कार्यालय में गेटबंदी खदानबंद व चक्काजाम करने को बाध्य होंगे ।

धरना में सपुरन कुलदीप ललित महिलांगे सतीश चंद्रा प्रकाश कोर्राम भगीरथी यादव रामाधार यादव सागर कुमार जायसवाल संदीप कंवर बलेश्वर कोर्राम परमेश्वर कोर्राम हेमन कुमार नेटि आकाश कुमार रामकुमार बुधवार बाई कमला बाई मलगव सरपंच धनकुंवर आमगव सरपंच ब्रिज कुंवर केशी कंवरअनुप कंवर रविन्द्रा जगत केशव नरायन सेत मसीह दिलीप मिश्रा शाहिद अनेक ग्रामीण उपस्थित थे ।

sushil tiwari

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