छत्तीसगढ़ बड़ी खबर : CGPSC भर्ती को लेकर अभ्यर्थी का शिकायत पत्र वायरल, भाजपा के आरोप पर आयोग का जवाब
रायपुर। सीजीपीएससी में हालिया भर्तियों को लेकर एक अभ्यर्थी का शिकायत पत्र वायरल हुआ है। लेटर में लिखा है कि कम नंबर वाले का सिलेक्शन कर लिया गया और उसे रिजेक्ट कर दिया गया। भाजपा ने इस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसका जवाब PSC ने दिया है।
https://x.com/maheshgagdabjp/status/1704863836996600046?s=20
दुर्ग जिले के पाटन निवासी एक कैंडिडेट ने साल 2022 में PSC के स्टेट सर्विस परीक्षा में हिस्सा लिया था। उसने अपने शिकायती पत्र में लिखा- डिटेल मेरिट लिस्ट को देखकर पता चला है कि ओबीसी श्रेणी में लिखित परीक्षा में मुझे 771.5 अंक मिले थे। लेकिन जिसका चयन हुआ है, उसे 770.50 नंबर मिले हैं। उसे सहायक जेल अधीक्षक का पद दिया गया है। PSC के सचिव को 20 सितंबर को पत्र भेजा गया।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने ट्वीटर पर लिखा- पत्र पढ़कर मन आक्रोशित हो उठा। अगर आपके पास 75 लाख, एक करोड़ है और आप किसी कांग्रेस नेता या बड़े अधिकारी के रिश्तेदार हैं तो डिप्टी कलेक्टर बन सकते हैं। अगर दिन-रात मेहनत करके अच्छा अंक लाते हैं और आपके पास पैसे नहीं हैं तो सीधे लिस्ट से ही हटा दिए जाते हैं।
गागड़ा ने आगे कहा कि ‘यही कारस्तानी की है प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने, जिसने करोड़ों रुपये लेकर पीएससी परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर जैसे पदों को बेच दिया। आज प्रदेश का मेहनती और बुद्धिमान युवा इस घोटाले के कारण दुखी है और इस दुख का कारण है कांग्रेस सरकार। बदलना है इस सरकार को’।
वही, एक्टर से भाजपा नेता बने अनुज शर्मा ने लिखा- बदलबो बदलबो ए दारी भ्रष्ट लबरा कांग्रेस सरकार ला बदलबो।
आयोग ने जो कहा पढ़िए –
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा चयन प्रक्रिया के दौरान होने वाले साक्षात्कार में पात्र अभ्यर्थी को न बुलाए जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर एक समाचार प्रसारित हुआ है। शिकायत की गई है कि सीजीपीएससी-2022 की भर्ती के दौरान ओबीसी श्रेणी में लिखित परीक्षा में 710 से 715 नम्बर पाने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है।
अभ्यर्थी का आरोप है कि उन्हें लिखित परीक्षा में 771.5 अंक मिले थे। इसके बावजूद भी साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया। शिकायतकर्ता अभ्यर्थी की ओर से प्रथम प्रश्न पत्र के प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में पृष्ठ क्रमांक 20 पर प्रश्न क्रमांक 17 (ख) में राधेश्याम और राजेश मोहन नामों का उल्लेख कर पहचान चिन्ह दर्शित करने की वजह से आयोग ने उन्हें (अपात्र) घोषित करते हुए परीक्षा परिणाम प्रक्रिया से अलग किया है।इस वजह से राज्य सेवा (मुख्य) परीक्षा 2022 के साक्षात्कार की सूची में अभ्यर्थी को शामिल नहीं किया गया।
ये है नियम –
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की तरफ से जारी विज्ञापन की कंडिका 11 का ( ix) एवं प्रश्न सह उत्तरपुस्तिका में उल्लेखित निर्देश की कंडिका-04 के अनुसार- प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में निर्धारित स्थान के अतिरिक्त कहीं पर भी अपना नाम, अनुक्रमांक, कोई धार्मिक चिन्ह, कोई पहचान चिन्ह या उत्तर के अतिरिक्त अन्य कोई अक्षर,शब्द, वाक्य या कोई धार्मिक शब्द या वाक्य नहीं लिखा जाना चाहिए।
उत्तर पुस्तिका में नीले और काले बॉल पॉइंट पेन के अतिरिक्त अन्य किसी भी रंग या किसी प्रकार जैसे स्केच पेन, हाईलाइटर, ग्लिटर पेन का प्रयोग न करें। ऐसा करने पर जांचकर्ता संबंधित अभ्यर्थी को अपात्र घोषित कर सकती है। इस पर आयोग का निर्णय अंतिम होगा। नियम का पालन नहीं करने की वजह से शिकायत करने वाले कैंडिडेट को अपात्र घोषित किया गया है।
बता दे कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) ने राज्य सेवा (PCS) परीक्षा-2022 का फाइनल रिजल्ट जारी किया था। रायगढ़ की रहने वाली सारिका मित्तल ने टॉप किया। वहीं शुभम देव दूसरे और श्रेयांश पतेरिया ने तीसरे स्थान पर जगह बनाई।