रायपुर। मणिपुर हिंसा पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन पर कटाक्ष करते हुए मणिपुर हिंसा के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ होने की आशंका जताई है।
बघेल ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि एक हमारे विश्व गुरु हैं जो कहते हैं कि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। दूसरी ओर संघ के प्रमुख हैं जो कि कह रहे हैं कि बाहरी ताकत उसमें लगी है। दोनों मिलकर तय कर लें कि सच कौन बोल रहा है, क्योंकि दोनों की ही बात में विरोधाभास है। दोनों तय कर लें और देश को बताएं। देश अगर सुरक्षित है तो बाहरी ताकत कैसे आई। दोनों मिलकर देश को गुमराह न करें। मुख्यमंत्री बुधवार को राजधानी में मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
राम के नाम पर मांगते हैं वोट –
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा राम के नाम पर वोट मांगती है और नोट भी मांगती है। हमने कभी भी राम के नाम पर वोट नहीं मांगा। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का प्रदेश है, यह बात रमन सिंह और भाजपा को 15 साल तक याद नहीं आई। चंदखुरी में माता कौशल्या का इकलौती मंदिर है। इन लोगों ने उस मंदिर का न ही विकास किया और न ही कोई काम किया। हमने राम वनगमन पथ का निर्माण किया। अपने बूते ये लोग कुछ भी नहीं करेंगे। राम नाम जपना, पराया माल अपना, इनकी यही है।
पीएम पूरे देश में करें शराबबंदी –
शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग करता हूं कि वह पूरे देश में शराबबंदी करें, हमारा अपने आप बंद हो जाएगा। वो तो प्रधानमंत्री हैं, जहां से वो आते हैं गुजरात, वहां वैसे ही बंद है। अगर वह आदेश देंगे तो पूरे देश में वैसे ही बंद हो जाएगा। बघेल ने किसानों को बोनस और 2,100 रुपये समर्थन मूल्य को लेकर वादाखिलाफी करने के मुद्दे पर भाजपा और रमन सिंह को घेरा।
बोनस पर लगी रोक हटाने पत्र लिखा –
उन्होंने कहा कि किसानों को 2,500 रुपये के समर्थन मूल्य और बोनस पर केंद्र सरकार मनमाना रोक लगा रही है। केंद्र सरकार ने चावल नहीं खरीदा, उसके बावजूद हम केंद्र सरकार के सामने झुके नहीं और धान को बाजार में बेच दिया लेकिन किसानों को घाटा नहीं होने दिया। हमने पीएम से किसानों के बोनस पर लगी रोक हटाने को पत्र लिखा है। अगर केंद्र सरकार रोक हटाती है तो हमारी सरकार किसानों को बोनस भी देगी।