बिलासपुर। कांग्रेस से निलंबित महापौर रामशरण यादव को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिलासा दिया है और उन्हें पार्टी की जीत के लिए काम करने कहा है।
पूर्व कांग्रेस विधायक और बिलासपुर के निर्दलीय प्रत्याशी अरुण तिवारी के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शुक्रवार को महापौर यादव को पार्टी से निलंबित कर दिया था। निलंबन आदेश आने के बाद यादव रायपुर रवाना हुए और वहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की। यादव ने मुख्यमंत्री से कहा कि ऑडियो में प्रचारित बातें असत्य और भ्रामक हैं। वे विगत 40 वर्षों से कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं।
यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनकी बात सहानुभूति पूर्वक सुनी है और कहा कि निलंबन का मतलब निष्कासन नहीं है। तुम अभी भी कांग्रेस की सिपाही हो और अपना पक्ष पार्टी की अनुशासन समिति के सामने रखो, वह इस पर विचार करेगी। यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनसे कांग्रेस का प्रचार करने और प्रत्याशियों को जिताने में मदद करने के लिए भी कहा है।
यादव ने मुख्यमंत्री का आभार माना और अपने समर्थकों तथा नागरिकों से अपील की कि वे बिलासपुर जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को जीत दिलाएं। यादव ने कहा कि भैया मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार जिले में कांग्रेस का प्रचार करेंगे।
ज्ञात हो कि 3 दिन पहले पूर्व विधायक अरुण तिवारी ने अपने साथ रामचरण यादव की बातचीत का एक ऑडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर वायरल किया था। 18 मिनट के इस ऑडियो में यादव ने कथित रूप से दावा किया कि सर्वे सूची में नाम सबसे ऊपर होने के बावजूद टिकट नहीं दी गई। टिकट के लिए प्रभारी के पिता को रोहतक में चार करोड़ रुपए दिए गए। उन्होंने बिलासपुर के विधायक पर भी नगर निगम में विधायक निधि खर्च नहीं करने को लेकर सवाल उठाया था। अगले दिन प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर यादव से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था। शुक्रवार को जवाब संतोषजनक नहीं पाते हुए यादव को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया।