कबीरधाम। ‘परमाराध्य’ परमधर्माधिस उत्तराम्नाय ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामि:श्री अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती ‘1008’ महाराज जी का रविवार को शाम 4 बजे 2 दिवसीय प्रवास पर कवर्धा आगमन हुआ। प्रति वर्ष की तरह दीपावली के पर्व पर शंकराचार्य जी के कदम कवर्धा पर जैसे ही पड़े भक्तों ने भव्य स्वागत किया।
मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने दी जानकारी
शंकराचार्य जी के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया कि पूज्यगुरुदेव शंकराचार्य भगवान रविवार को दोपहर 12 बजे बेमेतरा जिला के सलधा से सड़क मार्ग होते हुए देवरबीजा, साजा होते हुए कबीरधाम जिला के बिरोडा होते हुए लोहारा पहुँचे, जहां पं. देवदत्त के निवास व लोहारा राजा खड़गराज के महल पर पदुकापुजन सम्पन्न हुआ इस दौरान शंकराचार्य महाराज का दर्शन लाभ सभी को मिला।
हजारों सनातनियों ने निकाली बाइक रैली
वही लोहारा से सड़क मार्ग होते हुए पूज्यगुरुदेव जी कवर्धा के लिए प्रस्थान किए। गुरुकुल स्कूल के पास शंकराचार्य के कृपा पात्र शिष्य उमंग पांडेय नेतृत्व में शंकराचार्य के कवर्धा आगमन पर हजारों की संख्या में बाइक रैली निकाल गई व हाथों में धर्मध्वज लिए शंकराचार्य भगवान की जय एवं जय जय श्री राम के जयघोष हुआ। हर स्थान पर शंकराचार्य जी का स्वागत हुआ। हजारों की संख्या में रैली गुरुकुल स्कूल से प्रारंभ हुई, जो शांतिदीप कालोनी में समाप्त हुई।
मीडिया प्रभारी अशोक साहू और परिवार को मिला पादुका पूजन का सौभाग्य
तत्पश्चात रविवार दोपहर 3:30 बजे शंकराचार्य जी महाराज का अपने मीडिया प्रभारी अशोक साहू के “स्वामी अविमुक्त नगर” स्थित निज निवास “श्री अशोक वाटिका” में आगमन हुआ। स्वामी अविमुक्त नगर स्वागत द्वार पर सैकड़ो निवासी सनातनियों ने अपने गुरुदेव के स्वागत के लिए मुख्य मार्ग पर गाजे बाजे व आतिशबाजी की। श्री अशोक वाटिका में साहू परिवार द्वारा पदुकापुजन सम्पन्न किया गया। इसी के साथ नगरवासियों को दिव्य दर्शन व आशीर्वाद लाभ मिला। वही नगर वासियों ने पूज्यगुरुदेव से प्रति वर्ष नगर में दर्शन देने का आग्रह किया, जिसे शंकराचार्य जी सहर्ष स्वीकार किया।
दीपावली पर नवीन विशाला धर्मध्वज ध्वजोत्तोलन
शंकराचार्य जी महाराज रविवार शाम 5 बजे परशुराम चौक पहुँचे व विशाल धर्मध्वज का विधिवत पूजन कर दीपावली पर्व के शुभ अवसर पर नवीन विशाला धर्मध्वज ध्वजोत्तोलन गया। प्रभु श्री जानकी रमण देवालय पहुँच शंकराचार्य जी ने भगवान श्री राम के पूजन कर मंदिर में उपस्थित हज़ारों श्रद्धालुओं को दर्शन देकर आशीर्वाद दिए और भक्तों ने भी नारायण रूपी शंकराचार्य के दिव्य दर्शन पाकर स्वयं के जीवन को तृप्त किया।
शंकरा भवनम में रात भर श्रद्धालुओं ने लिया दर्शन लाभ
शंकराचार्य महाराज प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी दीपावली मनाने अपने प्रिय स्थान (घर) कवर्धा पहुंचे जहाँ शाम को 6 बजे ज्योतिर्मठ CEO चन्द्रप्रकाश उपाध्याय के निज निवास शंकरा भवनम में दिव्य पदार्पण हुआ, जहां माता रत्ना देवी उपाध्याय ने शंकराचार्य की आरती कर गृह में प्रवेश कराया व जहां सीईओ व परिवार द्वारा पादुका पूजन सम्पन्न किया गया।
मध्यरात्रि काली माता मंदिर पहुँच किए पूजन
दीपावली की मध्य रात्रि 12 बजे शंकराचार्य महाराज काली मंदिर पहुंचे, जहां माँ काली की विशेष पूजन व आरती कर मंदिर प्रांगण में उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को दर्शन लाभ मिला। रात भर भक्तों का आना जाना लगा रहा और स्वयं भगवान के दर्शन का फल सभी ने प्राप्त किया।
माँ भगवती की सुबह तक अभिषेक पूजन व आरती
शंकराचार्य जी द्वारा शंकरा भवनम में रात 12:30 बजे से सुबह के 06 बजे तक माता भगवती की विशेष पूजा किया गया। इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के काशी से पधारे विद्वानों द्वारा मंत्रो उच्चार कर पूजा सम्पन्न कराया गया। वही पूरी रात सनातनियो ने शंकरा भवनम पहुंच के प्रत्येक्ष रूप से शंकराचार्य जी का दर्शन कर पूजन का लाभ लिया।