
रायपुर। भाजपा में सीएम पद के चयन को लेकर दिल्ली में मंथन चल रहा है। तीन राज्यों के सीएम का फैसला शीघ्र ही हो जाएगां
बता दे कि पीएम आवास पर पीएम मोदी की अध्यक्षता में बैठक हो रही हैं। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और संगठन महामंत्री बी एल संतोष भी मौजूद हैं। यहां पर मुख्यमंत्री के नामों पर विचार होगा और
तीनों राज्यो के प्रभारियों को भी बुलाया जा सकता हैं।
छत्तीसगढ़ की बात करें तो बैठक में शिरकत करने अध्यक्ष अरूण साव दिल्ली रवाना हो गए। इससे परे प्रदेश संगठन ने सभी नव निर्वाचित विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में जाने की अनुमति दे दी है। नवनिर्वाचित विधायक वीआईपी रोड स्थित एक होटल में रूके हुए थे।
खबर हैं कि दिल्ली में मुख्यमंत्री का नाम तय होने के बाद विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी। कहा जा रहा है कि बैठक 7 तारीख को हो सकती है। सीएम के नाम पर विचार के लिए दिल्ली में एक बैठक हुई थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पीएम नरेन्द्र मोदी ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की थी। इसमें छत्तीसगढ़ के अलावा राजस्थान, और मध्यप्रदेश के सीएम पद के लिए उपयुक्त नामों पर विचार हुआ था। वही आज फिर एक बड़ी मीटिंग दिल्ली पीएम आवास में हो रही हैं।
सीएम की दौड़ में जिन नेताओं के नाम प्रमुखता से चर्चा में हैं। उनमें पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय, रामविचार नेताम, केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह, और खुद प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव का नाम लिया जा रहा है। वही रेणुका सिंह के यहां तो उत्साही समर्थकों ने गृहग्राम में अनुष्ठान कराना भी शुरू कर दिया है।
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के निवास पर प्रदेशभर से कार्यकर्ता उन्हें बधाई देने पहुंच रहे हैं। रामविचार नेताम के घर भी काफी हलचल है। हल्ला है कि पार्टी लोकसभा चुनाव को देखते हुए जाति समीकरणों को ध्यान में रखकर सीएम का चयन कर सकती है। चर्चा तो यह भी है कि यदि डॉ. रमन सिंह खुद नहीं बनते हैं, तो नए सीएम के लिए उनकी राय को महत्व दिया जा सकता है। यही नहीं, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया की राय अहम होगी। मंडाविया पूरे समय यहां चुनाव में डटे रहे हैं।
विधायकों को रहने नसीहत –
सोमवार को रायपुर पहुंचे सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र वापस लौटने कह दिया गया है। जाते-जाते सभी को यह नसीहत दी गई कि मंत्री और मुख्यमंत्री के नामों और पसंद को लेकर सार्वजनिक तौर पर कोई बयानबाजी न करें। विधायकों को विजयी जुलूस निकालने की भी अनुमति संगठन ने दे दी है। यह कहा गया है कि विधायक दल की बैठक की सूचना पर तत्काल पहुंचे।