
@sushil tiwari
दीपका नगर में रामनवमी के पावन अवसर पर गंगा-जमुनी तहजीब की एक शानदार मिसाल देखने को मिली। भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर नगर में निकली भव्य शोभायात्रा में जहां हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया, वहीं मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सौहार्द और भाईचारे का परिचय देते हुए राम भक्त श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया।
यह विशेष भंडारा दीपका पाली रोड स्थित अजमेरी टायर वर्कशॉप के पास आयोजित किया गया, आयोजन में श्रद्धालुओं के लिए खिचड़ी भोग और शीतल पेयजल की व्यवस्था की गई थी। जैसे ही शोभायात्रा इस मार्ग से गुजरी, मुस्लिम समाज के लोगों ने श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया और प्रेमपूर्वक भोग प्रसाद वितरित किया।
आयोजनकर्ता परवेज अंसारी ने सभी श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि यह आयोजन आपसी प्रेम, सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने की एक छोटी सी कोशिश है। उन्होंने सभी से भोग ग्रहण करने का अनुरोध किया और कहा कि रामनवमी जैसे पावन पर्व सभी धर्मों को जोड़ने का काम करते हैं।
इस आयोजन में शकील अहमद, अब्दुल हबीब, समेल नबी, अख्तर मंसूरी, जहांगीर अंसारी, मोहम्मद शमीम, अब्दुल कादिर और अब्दुल रहमान समेत कई लोग उपस्थित थे, जिन्होंने पूरे मनोयोग से सेवा कार्य में भाग लिया।
स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की साझी सांस्कृतिक विरासत और आपसी भाईचारे का प्रतीक है। गंगा-जमुनी तहजीब की इस मिसाल ने समाज में सौहार्द और एकता का सशक्त संदेश दिया है।
ऐसे आयोजन निश्चित ही आने वाली पीढ़ियों को एकजुटता, प्रेम और शांति का मार्ग दिखाने में प्रेरणादायक साबित होंगे।