भीष्म अष्टमी 17 फरवरी को ‘गौमाता-राष्ट्रमाता आंदोलन की ऐतिहासिक घोषणा कर शंखनाद करेंगे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज
इंदौर। ‘परमाराध्य’ परमधर्माधिस उत्तराम्नाय ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामि श्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती ‘1008’ महाराज 17 फरवरी शनिवार प्रातः के 11 बजे पत्रकारों से गौमाता-राष्ट्रमाता आंदोलन की घोषणा के लिए पत्रकारों से चर्चा करेंगे।
शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि गौ–माता को राष्ट्रीय माता का दर्जा दिलाने के लिए बीते दिनों 6 फरवरी को प्रयागराज माँघ मेला शंकराचार्य शिविर में आयोजित गौ संसद से जगद्गुरुओं ने हुंकार भरी और 21 बिंदुओं का घोषणा पत्र जारी किया गया था।
वही, मंच से देश भर के गौ सांसदों को गौरक्षा एवं गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलावाने का संकल्प दिलाया गया। शंकराचार्य शिविर से जगद्गुरुओं ने कहा है कि जो गौ का नहीं वो सनातनी हिन्दू नही हैं।
इसके साथ ही निर्णय लिया गया 17 फरवरी तद्नुसार भीष्म अष्टमी को ऐतिहासिक आंदोलन सरकार को जगाने के लिए शंखनाद किया जाएगा। वही, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वतीजी महाराज 17 फरवरी को बगलामुखी शंकराचार्य मठ, दिलीप नगर, नैनोध हिनकर गिरी के आगे, इंदौर, मध्यप्रदेश में पत्रकारों को संबोधित करेंगे।