कोरिया। प्रवर्तन निदेशालय की टीम द्वारा एक बार फिर कोरिया जिला में छापामार कार्रवाई की गयी है। बताया जा रहा है कि यहां बैकुठपुर के चर्चित जनपद सीईओं राधेश्याम मिर्झा के ठिकाने पर ईडी की टीम ने रेड की कार्रवाई कर दस्तावेज खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि राधेश्याम मिर्झा बैकुंठपुर के जल संसाधन विभाग के रेस्ट हाउस में रह रहे हैं। आज तड़के दो गाड़ियों में ईडी के अफसर रेस्ट हाउस में पहुंचकर उन्हें उठाया और जांच शुरू की गयी।
जानकारी के मुताबिक बैकुंठपुर में जनपद सीईओं के पद पर राधेश्याम मिर्झा पिछले 7 महीने से थे। हाल में ही मिर्झा का तबादला तबादला सूरजपुर के प्रतापपुर जनपद पंचायत किया गया है। बताया जा रहा है कि तबादला के बाद भी उन्होने अभी तक प्रतापपुर में ज्वाइनिंग नही की है। इससे पहले राधेश्याम मिर्झा सोनहत जनपद और कोरबा जिला के पोड़ी-उपरोड़ा जनपद सीईओं रह चुके है। ईडी के छापे की जानकारी के बाद स्थानीय मीडिया मौके पर पहुंचकर जांच के संबंध में जानकारी लेने का प्रयास किया गया। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों द्वारा कुछ भी कहने से इंकार कर दिया गया।
आपको बता दे कि जनपद सीईओं के पद पर रहने वाले राधेश्याम मिर्झा पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल में प्रभावशाली अधिकारी रहे हैं। कोरबा जिले की जनपद पंचायत पोड़ी-उपरोड़ा में उनके द्वारा कराये गये कार्य और मनमानी काफी सुर्खियों में रहे है। वहीं जनपद सीईओं मिर्झा द्वारा कोरबा में पोस्टिंग के दौरान डीएमएफ फंड में किये गये अनियमितता और भ्रष्टाचार को लेकर ईडी द्वारा जांच किये जाने की भी आशंका जतायी जा रही है। आपको बता दे कि राधेश्याम मिर्झा का मूल पद मंडल संयोजक का है, बावजूद इसके वे कई लग्जरी गाड़ियों के मालिक हैं। रसूखदार होने के साथ ही वसूली को लेकर वे मिर्झा हमेशा विवादों में रहे हैं।