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कबीरधाम बड़ी खबर : मो.अकबर राज में उड़ी नियमों की धज्जियां, फर्जी तरीके से जोड़ा गया मतदाता सूची में जात भाइयों का नाम, कठोर कार्रवाई की मांग

कबीरधाम। विगत 5 सालों में कबीरधाम जिले के कई दर्जन गांवों में राजधानी रायपुर स्थित मौदाहा पारा सहित बाहर के व्यक्तियों के नाम को मतदाता सूची में जोड़ने का खेल चला है।

कांग्रेस कार्यकाल में मोहम्मद अकबर के कवर्धा राज में इस तरह का खेल खेला गया। सभी बाहरी लोग कबीरधाम जिले के अलग-अलग गांव में आकर बस गए हैं व खुद को कवर्धा निवासी बताते हैं, इसे लेकर राष्ट्रवादी जन जिला मंच ने एक पत्रकार वार्ता किया।

राष्ट्रवादी जन जिला मंच ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि ग्राम बचेड़ी में जो नाम जोड़ा गया उनका निवास रायपुर मौदाहा पारा के रूप में दर्ज हैं, जिन्हें ग्राम बचेड़ी में कलीम खान नाम के कांग्रेस नेता और मोहम्मद अकबर के खास ने अपने घर के पता और अपने बिजली बिल देकर उनके नाम को ग्राम बचेड़ी में जुड़वाया था।

इसी प्रकार से लोहारा में असलम मेनन पिता बसीर मेनन के बिजली बिल व निवास प्रमाण पत्र के आधार पर मौदहापारा रायपुर निवासियों के नामो को जोड़ा गया, बशीर खान पिता गफ्फार खान के घर के पते और एड्रेस पर जोड़ा गया।

सबसे बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कवर्धा पूर्व विधायक और कांग्रेस काल में मंत्री रहे मोहम्मद अकबर के घर के पते पर रायपुर मौदहा पारा निवासियों के नाम को सहसपुर लोहारा के मतदाता सूची में जोड़ा गया हैं।

जबकि उपरोक्त किसी भी व्यक्ति के नाम को जोड़ने के लिए ना तो ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव दिया गया एवं ना ही BLO के द्वारा प्रस्ताव दिया गया है।

उपरोक्त व्यक्तियों में अधिकतर रायपुर मौदहा पारा निवासी हैं। ऑनलाइन आवेदन करते समय खुद इन लोगों ने रायपुर मौदहापारा निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड लगाया हैं। अब सवाल यह है कि बिना जांच किए बगैर और BLO द्वारा बिना प्रस्ताव के कैसे नाम जुड़ गए ?

क्या कहता है नियम ?

विदित हो कि जब ऐसा कोई आवेदन आता है तो नियमतः BLO के द्वारा आवेदनों की जांच परीक्षण के उपरांत नाम जोड़ने की अनुशंसा कर तहसीलदार को भेजा जाता हैं और तहसीलदार के द्वारा अनुशंसा कर निर्वाचन कार्यालय भेजा जाता हैं।

मोहम्मद अकबर के राज में नहीं हुआ कानून का पालन –

कांग्रेस के राज में मंत्री रहें मो अकबर के दबाव में किसी भी प्रकार की नियम कानून का पालन नहीं किया गया, जो लोग कभी किसी गांव में दिखे नहीं, जिनकी गांव में कोई चल या अचल संपत्ति नही। एक घंटा गांव में निवास नहीं किए हैं तो ऐसी बाहरी लोगों के नाम अंतिम प्रकाशन में नाम जोड़ कर बाहरी लोगों को निवासी बनाने का खेल कांग्रेस के सरकार में जिले भर में चला हैं।

कठोर कारवाई की मांग –

राष्ट्रवादी जन जिला मंच ने मांग ने कहा कि हम प्रशासन से मांग करते हैं कि जितने भी लोगों का नाम कबीरधाम जिले में जोड़ा गया है और उनके नाम जुड़वाने में जिन लोगों ने मदद किया ऐसे लोगों के ऊपर कठोर कार्रवाई हो। इसके लिए आज पुलिस अधीक्षक से मिलकर मांग की जाएगी।

Ashok Kumar Sahu

Editor, cgnewstime.com

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