
@सुशील तिवारी
माता दीपेश्वरी मंदिर दीपका के मातृ छाया भवन में श्रीराम कथा प्रवचन का शुभारंभ हो गया है। उज्जैन से पधारी बाल विदुषी प्रभु प्रिया जी (रामायणी) ने अपनी ओजस्वी वाणी में प्रथम दिवस की कथा सुनाई। कथा में मुख्य जजमान लव कुमार राठौर एवं श्रीमती नीलू राठौर रहे।
प्रभु प्रिया जी ने सत्संग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे जीवन में सत्संग जरूरी है। हर घड़ी आनंद चाहते हैं तो सत्संग में जाएं। जो जैसा कर्म करेगा, वैसा ही फल मिलेगा। उन्होंने कहा कि यदि भगवान राम से मिलना है, तो तीन सीढ़ियां चढ़नी होंगी— मानस, चरित्र और राम।
उन्होंने प्रवचन में समझाया कि “मन अच्छा तो सब अच्छा, मन खराब तो सब खराब”। अगर मन शुद्ध है, तो सही विचार आएंगे, और अगर मन अशुद्ध है, तो नकारात्मक विचार उत्पन्न होंगे। दूसरी सीढ़ी चरित्र की है— यदि चरित्र उत्तम होगा, तभी भगवान की प्राप्ति संभव है।
कथा सुनने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर प्रांगण भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। यह श्रीराम कथा 30 मार्च से 06 अप्रैल तक प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी। साथ ही 25वें प्राकट्य महोत्सव के अंतर्गत श्री रुद्र चंडी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है, जिसका संचालन पंडित शिवपूजन पांडे महाराज, वाराणसी के सानिध्य में होगा।
मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इस दिव्य आयोजन का लाभ लेने की आग्रह किया है।