
बिलासपुर/ मुंगेली। छत्तीसगढ़ में तो लगातार गौ तस्करी की घटना बढ़ती ही जा रही है। सरकार कोई कड़ा कदम उठाना नही चाहती, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों और गौ सेवक संगठनों द्वारा गौ माता तस्करी रोकने का प्रयास अपनी जान जोखिम में डालकर करते रहते हैं।
बीते दिनों 4 मई 2024 को बिलासपुर गणेश नगर निवासी 19 करन यादव को सूचना मिलती हैं कि बिलासपुर मुंगेली होते हुए गौतस्कर पंडरिया के रास्ते मध्यप्रदेश की ओर जा रहे हैं। सनातनी करन यादव तुरंत अपनी बाइक से निकल कर गाड़ी का पीछा करने की कोशिश करता हैं, कि बाइक मुख्य सड़क पर डिवाइडर से टकरा जाती हैं।
वही हादसे में करन गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल स्वास्थ केंद्र लाया, जहाँ पर डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।
बता दे कि मृतक करन यादव के पिता का पहले ही निधन हो चुका है। उसकी मां और छोटी बहन को वह अपने पीछे छोड़ गया। परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। गौ-माता की रक्षा के लिए करन ने अपनी जान गवां दी।
मृतक करन घर का एक मात्र लड़का था। उनकी मां व 10 वर्षीय बहन हैं, जो कि बिलासपुर के गणेशनगर में किराए के मकान पर रहते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नही हैं।
शंकराचार्य को सूचना मिलते ही पहुंची आर्थिक मदद –
वही, शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज को जैसे ही यह संदेश मिला। वह बेहद दुःखी हुए और मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। परिवार ने तीर्थकर्मो के कार्यो के लिए आर्थिक मदद की मांग की थी। शंकराचार्य जी ने अपने प्रतिनिधि के रूप में अपने शिष्य उमंग पाण्डे को भेज आर्थिक मदद पहुँचाई।
उमंग पांडेय ने की परिवार से मुलाकात –
उमंग पांडेय ने शोक संलिप्त परिवार से मिलकर शंकराचार्य जी महाराज का संदेश बताते हुए शंकराचार्यजी का चलचित्र भेंट कर आर्थिक मदद की। साथ ही परिजनों को आश्वासन दिया कि करन यादव सहित हर गौ-रक्षक परिवार के साथ शंकराचार्य का हर सदस्य खड़ा है और सरकार से भी मांग करेंगे कि परिवार के सदस्य को आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी राज्य सरकार दें।