नारायणपुर। अबूझमाड़ के मुंगेडी, गोबल क्षेत्र में शुक्रवार की शाम नक्सलियों के लड़ाकू दस्ते कंपनी नंबर छह के साथ हुए मुठभेड़ में सुरक्षा बल ने पांच वर्दीधारी नक्सली मार गिराए हैं। मारे गए नक्सलियों के शव व हथियार पुलिस को मिल चुके हैं। मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की सूचना है। नारायणपुर डीआरजी के तीन जवान भी घायल हो गए हैं, जिन्हें घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया है और उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। एक पखवाड़े पहले ही इसी क्षेत्र में 23 मई को सुरक्षा बल ने मुठभेड़ में आठ नक्सलियों को मार गिराया था। इसके साथ ही इस वर्ष मुठभेड़ में 120 से अधिक नक्सलियों के शव मिल चुके हैं।
पुलिस के अनुसार अबूझमाड़ के नारायणपुर-दंतेवाड़ा-कोंडागांव जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के पूर्व बस्तर डिविजन के कंपनी नंबर छह के सौ से अधिक नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना के बाद नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव व बस्तर जिले से सुरक्षा बल के डीआरजी, 45 वीं वाहिनी व आइटीबीपी की संयुक्त टीम को गुरुवार की रात अभियान पर भेजा गया था। चारों जिले से घेराबंदी करते हुए सुरक्षा बल की टीम ने अबूझमाड़ के सबसे कठिन क्षेत्र में प्रवेश किया। यहां बता दें कि बरसाती नदी-नालों ओर पहाड़ों को पार कर सुरक्षा बल ने इस अभियान को पूरा किया है। नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मुठभेड़ के बाद घटनास्थल को सुरक्षा बल ने सुरक्षित कर लिया है। क्षेत्र में सर्चिंग अभियान जारी है।
दो माह में अबूझमाड़ में चौथी बड़ी सफलता –
दो माह में अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बल को नक्सल मोर्चे पर मिली यह चौथी बड़ी सफलता है। 16 अप्रैल को छोटेबेठिया में 29 नक्सली को मार गिराने के बाद से अब तक 52 नक्सली को मार गिराया गया है। इससे नक्सलियों के पूर्वी डिविजन को बड़ी चोट पहुंची है। सुरक्षा बल की लगातार सफलता से घबराए नक्सलियों ने इस बीच मोबाइल टावरों को निशाना बनाना शुरु किया है। इसके बाद भी सुरक्षा बल इस क्षेत्र में मजबूत पैठ बनाई हुई है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश के अनुसार नक्सलियों के विरुद्ध आक्रामक अभियान के साथ ही संवेदनशील क्षेत्र के विकास के लिए सुरक्षा बल समर्पित है। सुरक्षा कैंपों को विकास कैंप की तरह विकसित कर ग्रामीणों तक जनसुविधाएं पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं। इससे जनाधार अब सुरक्षा बल के साथ है। नक्सलियों से अपील है कि वे आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटें।
-पी. सुंदरराज, आइजीपी बस्तर
इस वर्ष की यह सातवीं बड़ी सफलता –
-27 मार्च को बीजापुर के चिपुरभट्टी में छह नक्सली ढेर।
-2 अप्रैल को गंगालूर बीजापुर के गंगालूर में 13 नक्सली मारे गए।
-16 अप्रैल को अबूझमाड़ के छोटेबेठिया में 29 नक्सली ढेर।
-30 अप्रैल को अबूझमाड़ के टेकमेटा में 10 नक्सली मारे।
-10 मई को बीजापुर के पीड़िया में 12 नक्सली ढेर।
-23 मई अबूझमाड़ के रेकावाही में आठ नक्सली मारे।
-7 जून को अबूझमाड़ के मुंगेडी में पांच नक्सली मारे।