
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के व्यापम ने 30 जून को प्रदेशभर में बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित की थी, लेकिन 50 दिन से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद परीक्षा का रिजल्ट अब तक जारी नहीं हुआ है। इस देरी ने परीक्षा में शामिल हजारों परीक्षार्थियों को चिंता में डाल दिया है, जो अब भी व्यापम की वेबसाइट पर लगातार नज़र गड़ाए हुए हैं।
रायपुर और अन्य जिलों में आयोजित इस परीक्षा में कुल 32,035 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 19,758 ने परीक्षा दी, जबकि 12,277 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से संबद्ध 20 शिक्षा महाविद्यालयों में लगभग 2,000 सीटों पर प्रवेश पाने की उम्मीद लगाए हुए विद्यार्थियों के लिए यह स्थिति बेहद निराशाजनक है। रिजल्ट की देरी के कारण विद्यार्थियों को यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि उन्हें काउंसिलिंग का मौका मिलेगा या नहीं।
हर साल बीएड और डीएलएड की प्रवेश प्रक्रिया में देरी के कारण काउंसिलिंग दो से तीन महीने तक चलती है, जिसके बाद दिसंबर या जनवरी में कक्षाएं शुरू होती हैं। यह स्थिति एनसीटीई (राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद) के नियमों के विपरीत है, जो प्रत्येक प्रशिक्षार्थी को 210 दिनों की कक्षाएं पूरी करने की अनिवार्यता रखते हैं।
हालांकि व्यापम ने प्री प्रीईटी, पीपीटी, पीएटी जैसे अन्य परीक्षाओं के परिणाम पहले ही जारी कर दिए हैं, बीएड और डीएलएड के परिणाम की असामान्य देरी पर अधिकारियों की चुप्पी ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है।
राज्य परिषद शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण (एससीईआरटी) भी इस मुद्दे पर किसी प्रकार की सक्रियता नहीं दिखा रही है, जबकि इसके मार्गदर्शन में ही शिक्षा संकाय की पूरी पढ़ाई और व्यवस्था संचालित होती है। विद्यार्थियों और उनके परिवारों की चिंताओं को देखते हुए, उम्मीद की जा रही है कि व्यापम जल्द ही परिणाम जारी करेगा और इस लंबे इंतजार का समाधान करेगा।