बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में 31 अगस्त को पंचम दीक्षा समारोह का आयोजन भव्य डोम में सुबह 10.30 बजे होगा। इस अवसर पर कुल 35,291 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की जाएगी। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल और कुलाधिपति रमेन डेका करेंगे, जबकि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। मुख्य वक्ता सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा होंगे।
इस बार के समारोह में 98 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा, 48 शोधार्थियों को पीएचडी की डिग्री प्रदान की जाएगी, और चार विशिष्ट विद्वानों को मानद उपाधियाँ दी जाएंगी। समारोह का लाइव प्रसारण यूट्यूब पर किया जाएगा, जिससे देश-विदेश से लोग इसे देख सकेंगे।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति और पूर्वाभ्यास
समारोह के पूर्वाभ्यास में राज्यपाल के रूप में डा. मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री के रूप में केके शर्मा और सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के रूप में डा. तरुणधर दीवान ने भूमिका निभाई। इस दौरान, मेधावियों को नकली स्वर्ण पदक और उपाधियाँ प्रदान की गईं और शोभायात्रा की परंपरा का पालन किया गया।
महिलाओं की उपस्थिति और विशेष मानद उपाधियाँ
राज्यपाल रमेन डेका की धर्मपत्नी, प्रथम महिला रानी डेका काकोटी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी। विश्वविद्यालय की टॉपर एमएससी माइक्रोबायोलॉजी की छात्रा रहेगी, जिन पर सभी की निगाहें होंगी।
समारोह में कुल 64 स्वर्ण पदक और 577 उपाधियाँ प्रदान की जाएंगी। विशेष रूप से, चार विभूतियों को मानद उपाधियाँ दी जाएंगी – सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस प्रशांत मिश्रा को विधि संकाय में पीएचडी, इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ को विज्ञान संकाय में डीएससी, जूलाजिकल सर्वे आफ इंडिया की डाइरेक्टर डा. धृति बनर्जी को जीव विज्ञान संकाय में डीएससी और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की सम-कुलपति रश्मि मित्तल को कला संकाय में पीएचडी की मानद उपाधि दी जाएगी।
निष्कर्ष
यह समारोह न केवल विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, बल्कि यह विद्यार्थियों, उनके परिवारों और शिक्षकों के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण भी है। लाइव प्रसारण के माध्यम से, यह अवसर व्यापक दर्शकों तक पहुँच सकेगा, और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय की शैक्षिक उपलब्धियाँ प्रमुखता से सामने आएंगी।