प्रगतिनगर दीपका में 26 वर्षों से लगातार श्रीमद् देवी भागवत कथा का सफल आयोजन राजा नहुष की कथा से जीवन में विनम्रता और धर्म का महत्व आत्मसात करने की प्रेरणा मिलती है – पंडित श्रीधर दीवान भगवताचार्य
प्रगति नगर में भव्य धार्मिक आयोजन
प्रगतिनगर दीपका में 26 वर्षों से लगातार श्रीमद् देवी भागवत कथा का सफल आयोजन
राजा नहुष की कथा से जीवन में विनम्रता और धर्म का महत्व आत्मसात करने की प्रेरणा मिलती है – पंडित श्रीधर दीवान भगवताचार्य
#सुशील तिवारी 9926176119
कोरबा जिले के प्रगति नगर दीपका में नवरात्रि का पावन पर्व इस वर्ष भी श्रद्धा भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है। दुर्गा पूजा एवं दशहरा उत्सव समिति के तत्वाधान में सभी नगरवासियों के सहयोग से श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा का आयोजन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दुर्गा पंडाल में किया जा रहा है। यह आयोजन पिछले 26 वर्षों से लगातार सफलता पूर्वक हो रहा है, जो दीपका के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास का अब महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।
श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन नवरात्रि के पहले दिवस से ही प्रारंभ हो गया था जिसका भव्य कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हुआ।
इस यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त जन उपस्थित रहे और भक्तिमय माहौल में मां दुर्गा की कृपा के लिए प्रार्थना की। आयोजन समिति ने भागवत कथा के लिए विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के तखतपुर से पंडित श्री श्रीधर दीवान भगवताचार्य जी को आमंत्रित किया गया है, जो अपने प्रवचनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को भागवत कथा का रसपान करा रहे हैं।
कथा के दौरान पंडित श्रीधर दीवान जी ने राजा नहुष की कथा का विस्तार से वर्णन किया। राजा नहुष जो अपने अहंकार और गर्व के कारण पतन की ओर अग्रसर हुआ इसकी कहानी ने श्रोताओं को जीवन में विनम्रता और धर्म का पालन करने का संदेश दिया। भागवत आचार्य पंडित श्रीधर दीवान ने आगे बताया कि कैसे राजा नहुष ने देवराज इंद्र का स्थान लेने के साथ-साथ उनकी पत्नी पर भी अधिकार जमाने की कोशिश की। इसके परिणामस्वरूप, उसे दंड स्वरूप सर्प योनि का श्राप मिला जो उसके अहंकार के अंत का प्रतीक था। इस प्रसंग को सुनते हुए सभी उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए और उन्होंने जीवन में धर्म और विनम्रता के महत्व को आत्मसात करने की प्रेरणा प्राप्त की।
पंडित श्रीधर दीवान भगवताचार्य ने अन्य पौराणिक कथाओं का भी वर्णन किया जो श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के अंतर्गत आते हैं। इन कथाओं के माध्यम से उन्होंने जीवन में सत्कर्म, धर्म और अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख दी। इस धार्मिक आयोजन के दौरान रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त कथा सुनने दुर्गा पंडाल पहुंच रहे हैं, जिनमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी शामिल है ।
भागवत कथा का समापन 11 अक्टूबर 2024 को नव कन्या पूजन के साथ होगा, जो नवरात्रि की परम परंपरा का प्रतीक है। इसके अगले दिन, 12 अक्टूबर को हवन और सहस्त्रधारा के साथ मां दुर्गा की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा। इस दौरान समस्त नगरवासी एकत्रित होकर देवी दुर्गा की आराधना करेंगे और पवित्र वातावरण में आयोजन का समापन करेंगे।
दशहरा का दिन रावण दहन के बाद भव्य देवी जागरण कार्यक्रम
आयोजन समिति ने बताया कि विजयदशमी पर्व पर दशहरा के दिन प्रगति नगर स्टेडियम में रात्रि 8 बजे रावण दहन का कार्यक्रम SECL दीपका महा प्रबंधक संजय मिश्रा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न किया जाएगा। इसके पश्चात छत्तीसगढ़ की ख्याति प्राप्त गायिका और लव मी इंडिया फाइनलिस्ट फेम श्रुति जायसवाल अंबिकापुर के द्वारा भव्य देवी जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने आग्रह किया गया है।
प्रगति नगर दुर्गा पूजा पंडाल के पुजारी पंडित श्री राजेश गुरुद्वान जी महाराज के सानिध्य में प्रातः कालीन और सांध्य कालीन भव्य आरती दुर्गा पंडाल परिसर में की जाती है पुजारी श्री गुरुद्वान ने बताया कि यह आयोजन केवल धार्मिक महत्व का नहीं है बल्कि प्रगति नगर दीपका के लोगों के बीच एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है। प्रतिदिन सुबह तुलसी आरती का आयोजन भी किया जा रहा है जो पूरे क्षेत्र में श्रद्धा और भक्ति का माहौल बनाए हुए है।
दुर्गा पूजा एवं दशहरा समिति के द्वारा इस धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन प्रगति नगर दीपका में किया जा रहा है कार्यक्रम में सभी जनों को बड़ी संख्या में शामिल होना आग्रह किया गया है ।