रायपुर। छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाले में अब संदिग्ध अभ्यर्थियों की भी मुश्किलें बढ़ने वाली है। CBI ने अपनी जांच तेज कर दी है। खबर है कि पिछले दिनों सीबीआई ने कुछ अभ्यर्थियों के भी घरों पर छापेमारी की थी। हालांकि छापेमारी में क्या कुछ जानकारी सीबीआई को मिली है, ये पता नहीं चल पाय है। जानकारी के मुताबिक 2021 में संदिग्ध 18 अभ्यर्थियों के चयन में धांधली का शक है, उन सभी के घर छापे मारकर जांच की गई।
हालांकि ये छापेमारी दो दिन पहले ही हुई है। खबर है कि कुछ अभ्यर्थियों के घरों से हार्ड डिक्स और पैनड्राइव जब्त की गई। अभ्यर्थियों और परिजन के बैंक खाते की जांच की जा रही है। कुछ अभ्यर्थियों के घरों में दो दिन तक तलाशी चली । अभ्यर्थियों के घर मिले 300 से ज्यादा किताबों और नोटबुक को पढ़ा गया। मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप की जांच की गई।उम्मीदवारों से सीबीआई ने लंबी पूछताछ भी की है। सभी उम्मीदवारों को पूछताछ के लिए अब दफ्तर बुलाने की तैयारी है।
आपको बता दें कि पीएससी घोटाले में सीबीआई की तरफ से लगातार जांच चल रही है। कुछ महीने पहले सीबीआआई के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, सहित कई अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी। इस दौरान काफी सारे डिजिटल एवीडेंस लिये गये थे। सीबीआई की टीम प्रश्न पत्र छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस भी गई थी। वहां के मालिक और कर्मचारियों का बयान भी दर्ज किया गया है।
ये सभी है संदेह के दायरे में –
सीबीआई की टीम ने पहले पीएससी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के घर की जांच की। उसके बाद टामन के भतीजे नीतेश, बड़े भाई के बेटे साहिल, बहू निशा कोसले, भाई की बहू दीपा अजगले, बहन की बेटी सुनीता जोशी के अलावे पीएससी सचिव जीवन किशोर के बेटे सुमित ध्रुव, पिछली सरकार में राज्यपाल के सचिव रहे अमृत खलखो की बेटी नेहा व बेटा निखिल, डीआईजी ध्रुव की बेटी साक्षी, कांग्रेस नेता की बेटी अनन्या अग्रवाल, कांग्रेस नेता के दामाद शशांक गोयल, मंत्री के ओएसडी के साढ़ू की बेटी खुशबू बिजौरा, कांग्रेस नेता के बेटे राजेंद्र कौशिक, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला की बेटी स्वर्णिम, मीनाक्षी गनवीर भी संदिग्ध हैं।