रायपुर। भारत के नंबर वन पैरा-एथलीट श्रीमंत झा ने एक बार फिर भारत का तिरंगा लहराया है। उन्होंने इंडिया में आयोजित एशिया पैरा-आर्म रेसलिंग कप 2024 में +85 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। श्रीमंत झा ने अपना गोल्ड मैडल भारतीय जवानों को समर्पित किया।
यह टूर्नामेंट 19 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक हुआ, जिसका फाइनल मुकाबला आज खेला गया। स्वर्ण पदक जीतने के बाद श्रीमंत झा ने बुल्गारिया में विश्व पैरा आर्मरेसलिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
झा ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अच्छी तैयारी की है और आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। झा ने आगे कहा, “यह मेरे लिए एक विशेष जीत है। अब मैं आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट पर ध्यान केंद्रित करूंगा और निश्चित रूप से भारत को फिर से गौरवान्वित करने की कोशिश करूंगा।”
श्रीमंत छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। उन्होंने इससे पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवाया है और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं और कई स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
अब तक जीत चुके हैं 49 पदक –
झा वर्ल्ड नंबर 3 और एशिया के नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर हैं। दोनों हाथों में चार अंगुलियों के साथ पैदा हुए। गोल्ड मेडल प्राप्त करने पर आर्म रैसलिंग की अध्यक्षा प्रीति झींज्ञानी छत्तीसगढ़ के आर्म रैसलिंगके अध्यक्ष जी सुरेश बाबे, चेयरमैन बृज मोहन सिंह , सचिव श्रीकांत एवं कोच ऋषभ जैन ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
श्रीमंत झा की यह जीत भारत के लिए गर्व की बात है, जिसने देश को फिर से गौरवान्वित किया है। उनकी प्रतिभा और समर्पण ने उन्हें विश्व स्तर पर सफलता दिलाई है।