लक्ष्मी पूजा 2024 : दिवाली पर जगद्गुरू शंकराचार्य का बड़ा बयान, 31 अक्टूबर को ही मनाना उचित, जानें क्यों ..

Lakshmi Puja 2024: Big statement of Jagadguru Shankaracharya on Diwali, it is appropriate to celebrate on 31st October only, know why..
रायपुर। जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने घोषित किया है कि दिवाली का पावन पर्व 31 अक्टूबर को ही मनाना उचित होगा। उनके अनुसार, दिवाली पर मध्यरात्रि में अमावस्या तिथि और प्रदोष काल में भी अमावस्या तिथि होनी चाहिए, जो 31 अक्टूबर को ही पूरा होता है।
जगद्गुरू शंकराचार्य ने कहा है कि दिवाली हमारी अराधना का पावन पर्व है, जिसमें गौधुली बेला में मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और दीपदान भी किया जाता है। इस दिन रात्रि के मध्य में मां लक्ष्मी स्वयं भ्रमण में निकलती हैं और उनकी प्रतीक्षा करने वालों के घर में प्रवेश करती हैं।
उन्होंने आगे कहा है कि जिन घरों में मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना या दीया जलता रहता है, जिन घरों के दरवाजे पर रंगोली बनी होती है, और जो लोग आभूषणों से अलंकृत होकर मां के स्वागत के लिए खड़े रहते हैं, उनके घर में मां लक्ष्मी सालभर के लिए प्रवेश कर जाती हैं।
इसलिए, जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार, 31 अक्टूबर को ही दिवाली का पर्व मनाना उचित होगा।