पीएम मोदी का रायपुर दौरा: इस माह दूसरी बार आगमन, भाजपा कार्यालय में आने की पूरी संभावना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने दूसरी बार रायपुर आने जा रहे हैं। इस बार वे नया रायपुर में आयोजित होने वाली अखिल भारतीय डीजी-आईजीपी कांफ्रेंस में शामिल होंगे। खास बात यह है कि अब तक जितनी भी बार पीएम मोदी रायपुर आए, वे कभी भी भाजपा कार्यालय नहीं गए। लेकिन इस बार उनके कुशाभाऊ ठाकरे परिसर आने की पूरी संभावना जताई जा रही है। 28 नवंबर की शाम पीएम जब रायपुर पहुंचेंगे तो एयरपोर्ट से लेकर भाजपा कार्यालय तक भव्य रोड शो प्रस्तावित है।
पहली बार पीएम मोदी का ठाकरे परिसर आना संभव
इस दौरे को लेकर भाजपा प्रदेश संगठन बेहद उत्साहित है क्योंकि ऐसा पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री मोदी भाजपा के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंच सकते हैं। यहां कुछ समय रुकने की भी संभावना है। भाजपा नेताओं के अनुसार, संगठन की ओर से पीएम को औपचारिक आमंत्रण भेज दिया गया है और कार्यक्रम लगभग तय माना जा रहा है। केवल पीएमओ की अंतिम मंजूरी का इंतज़ार है।
पीएमओ की मंजूरी शेष, लेकिन तैयारी पूरी
पिछले 11 वर्षों में पीएम मोदी कई बार रायपुर आ चुके हैं। वे पहले भी रायपुर में रात्रि विश्राम कर चुके हैं, लेकिन कभी भाजपा कार्यालय नहीं गए। भाजपा के प्रदेश संगठन ने इस बार उनके आगमन का लाभ उठाते हुए उन्हें परिसर आने का निमंत्रण दिया है।
भले ही अंतिम स्वीकृति नहीं आई है, लेकिन भाजपा कार्यालय में तैयारियाँ मानो कार्यक्रम तय हो चुका हो, उसी स्तर पर जारी हैं।
ठाकरे परिसर बनेगा सुरक्षा छावनी
पीएम मोदी के आगमन के दौरान ठाकरे परिसर को पूरी तरह सुरक्षा छावनी में बदल दिया जाएगा।
केवल उन्हीं लोगों को परिसर में प्रवेश मिलेगा जिनके नाम अधिकृत सूची में होंगे।
सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूरे परिसर की पहले से जांच और बैरिकेडिंग की जाएगी।
पीएम कितनी देर परिसर में रुकेंगे, इसका समय पीएमओ से मंजूरी के बाद तय होगा।
एयरपोर्ट से लेकर भाजपा कार्यालय तक होगा भव्य स्वागत
पीएम मोदी के स्वागत के लिए राजधानी में विशेष तैयारियाँ की जा रही हैं।
रायपुर एयरपोर्ट पर उनका पारंपरिक और भव्य स्वागत किया जाएगा।
एयरपोर्ट से ठाकरे परिसर तक लगभग एक दर्जन से अधिक स्थानों पर स्वागत मंच बनाए जाएंगे।
भाजपा नेता इन मंचों पर मौजूद रहेंगे, साथ ही छत्तीसगढ़ी लोककला और नृत्य दल पारंपरिक स्वागत करेंगे।
31 अक्टूबर को भी इसी तरह की तैयारियाँ की गई थीं, लेकिन कार्यक्रम बदलने के कारण पीएम 1 नवंबर को पहुंचे थे। तब भी उनका जोरदार स्वागत किया गया था।



