रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होगा और यह 20 दिसंबर तक चलेगा। सत्र के पहले दिन राज्यसभा के पूर्व सदस्य गोपाल व्यास और अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व सदस्य नंदासोरी को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
राज्य सरकार इस सत्र में 2024-25 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी, जिसकी आय-व्यय पर मंगलवार को चर्चा होगी। इसके साथ ही चार संशोधन विधेयक भी सदन में पेश किए जा सकते हैं।
विपक्ष और सत्तापक्ष आमने-सामने
भाजपा ने इस सत्र में पीएससी भर्ती घोटाला, डीएमएफ घोटाला, शराब घोटाला और कोल परिवहन घोटाला जैसे मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। वहीं, कांग्रेस धान खरीदी, कानून व्यवस्था, सरकारी नौकरियों में भर्ती, और सरकारी योजनाओं की प्रगति जैसे विषयों पर विपक्ष को घेरने के लिए तैयार है।
814 प्रश्नों के साथ सत्र होगा गंभीर
इस सत्र में विधायकों ने कुल 814 प्रश्न लगाए हैं, जिनमें 420 तारांकित और 394 अतारांकित प्रश्न हैं। साथ ही, 140 ध्यानाकर्षण सूचनाएं, 12 अशासकीय संकल्प, 12 शून्यकाल की सूचना और 57 याचिकाएं सत्र में पेश की जाएंगी।
भाजपा ने बनाई आक्रामक रणनीति
शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें विपक्ष के सवालों का मुंहतोड़ जवाब देने की रणनीति बनाई गई। भाजपा ने महादेव सट्टा ऐप, पीएससी घोटाला और अन्य मुद्दों पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की योजना बनाई है।
कांग्रेस का जोर जनहित के मुद्दों पर
कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार को होटल सेलिब्रेशन में हुई, जिसमें पार्टी ने जनहित से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाने पर जोर दिया। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने धान खरीदी, कानून व्यवस्था और सरकारी योजनाओं की स्थिति को लेकर सत्तापक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति तैयार की है।
सत्र में हंगामे के आसार
सत्र के दौरान दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस होने की संभावना है। धान खरीदी का मुद्दा मुख्य रूप से छाया रहेगा, वहीं शराब घोटाले और पीएससी भर्ती जैसे विवादित मुद्दों पर हंगामे के आसार हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा का यह सत्र राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच तीखी टकराव देखने को मिलेगी।