रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज नगरपालिक निगम संशोधन विधेयक पेश किया गया। डिप्टी सीएम की तरफ से इस विधेयक को पेश किये जाने पर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने निकाय चुनाव को टालने का आरोप लगाना शुरू कर दिया। विपक्ष ने उप मुख्यमंत्री से पूछा कि, आखिर चुनाव समय पर कराना क्यों नहीं चाहते हैं?
जवाब में डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि सरकार समय पर चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। विधेयक सभी स्थितियों को ध्यान रखते हुए लाया जा रहा है। उमेश पटेल ने विधेयक को संविधान के विपरीत बताया, उन्होंने कहा कि विधि विशेषज्ञों से विधेयक पर राय लेने के बाद ही इस सदन में पारित करना उचित होगा।
वहीं विधायक राघवेन्द्र सिंह ने कोर्ट के फैसलों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि कहा विधेयक संविधान के विपरीत, लाने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास ने कहा- हम संविधान के विपरीत विधेयक पारित होने नहीं देंगे। हम सदन में विधेयक पेश होते समय मौजूद नहीं रहेंगे।
विधेयक पर नोंक झोंक के बीच आसंदी ने विधेयक के पेश होने और पारित होने की अनुमति दी। जिसके बाद नाराजगी जताते हुए विपक्ष ने विधेयक के विरोध में सदन से बहिर्गमन किया। वाकआउट कर कांग्रेस के विधायक विधानसभा के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठ गये। विधानसभा के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विपक्षी विधायक नारेबाजी करते रहे। विपक्ष कहता रहा कि समय पर निकाय चुनाव कराना होगा, इसका विरोध किया जायेगा।
इधर सदन में विपक्ष की गैर मौजूदगी में संशोधन विधेयक को सर्वसम्मिति से पास कर दिया गया।