
रायपुर। नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट के विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव समेत कई वरिष्ठ नेता दिल्ली दौरे पर हैं, जिसके बाद इन अटकलों को और बल मिल गया है। माना जा रहा है कि इस दौरे के दौरान नए मंत्रियों के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है।
दिल्ली में होगा नामों पर अंतिम फैसला
दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे और संभावित मंत्रियों के नामों पर मंथन करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले कैबिनेट का विस्तार कर कुछ नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
हरियाणा फॉर्मूले की चर्चा तेज
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि छत्तीसगढ़ में हरियाणा मॉडल लागू किया जा सकता है। हरियाणा की तरह छत्तीसगढ़ में भी 90 विधानसभा सीटें हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री के अलावा 13 मंत्री हैं, जिन्हें स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री खुद वित्त और सामान्य प्रशासन जैसे अहम विभागों का कार्यभार संभाल रहे हैं।
यदि यह फॉर्मूला छत्तीसगढ़ में लागू होता है, तो मुख्यमंत्री के अलावा 13 नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
कैबिनेट विस्तार से चुनावी रणनीति मजबूत करने की तैयारी
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी कैबिनेट विस्तार को राजनीतिक संतुलन साधने के एक बड़े अवसर के रूप में देख रही है। इसमें क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों का चयन किया जाएगा।
चुनावी समीकरण साधने की कोशिश
विशेषज्ञों का मानना है कि कैबिनेट विस्तार के जरिए पार्टी आगामी चुनावों के लिए अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। इसके तहत युवाओं, महिलाओं और पिछड़े वर्गों को विशेष तवज्जो दी जा सकती है।
आगामी दिनों में हो सकती है घोषणा
दिल्ली दौरे के बाद कैबिनेट विस्तार को लेकर जल्द ही औपचारिक घोषणा होने की उम्मीद है। प्रदेश की राजनीति में इस विस्तार को चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
साय कैबिनेट में संभावित चेहरों पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म है और सभी की निगाहें दिल्ली दौरे के नतीजों पर टिकी हैं।