
रायपुर/बीजापुर। बहुचर्चित पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मुकेश चंद्राकर, जो बस्तर में 120 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण परियोजना में अनियमितताओं का खुलासा कर रहे थे, 1 जनवरी की रात संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे।
सेप्टिक टैंक में मिला शव –
मुकेश का शव 3 जनवरी को बीजापुर के चट्टानपारा इलाके में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में एक सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ। पुलिस के मुताबिक, शव को छिपाने के लिए टैंक को ताजा कंक्रीट से सील कर दिया गया था। मुकेश के सिर और पीठ पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए।
मुख्य आरोपी और राजनीतिक कनेक्शन –
मुख्य आरोपी रितेश चंद्राकर, जो ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का भाई है, को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अब तक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सुरेश चंद्राकर और उसके अन्य परिजन अब भी फरार हैं। इस हत्याकांड के तार राजनीतिक गलियारों तक पहुंच गए हैं। बीजेपी ने सुरेश चंद्राकर के कांग्रेस नेताओं से करीबी संबंधों का आरोप लगाया है।
BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना –
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस को घेरते हुए आरोप लगाया, “कॉन्ट्रैक्टर है या कांग्रेसी कॉन्ट्रैक्ट किलर?” पार्टी का दावा है कि सुरेश चंद्राकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का करीबी है।
“कांट्रेक्टर है या कांग्रेसी कांट्रैक्ट किलर!!”
घृणित येन-केन-प्रकारेण की राजनीति के परिचायक कांग्रेसियों… ज़रा अपने गिरेबाँ पर झांककर देखो, क्या जल्दबाज़ी में तुमने अपना ही कच्चा चिट्ठा खोल दिया है!!
बीजापुर के युवा पत्रकार स्व. मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का मुख्य आरोपी… https://t.co/VfYnOuB5YE pic.twitter.com/yfkb0soYg5
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) January 3, 2025
कांग्रेस का पलटवार –
कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “मुकेश ने अपनी बहादुरी से नक्सलियों के चंगुल से जवानों को छुड़वाने में अहम भूमिका निभाई थी। सरकार को दोषियों को सख्त सजा देनी चाहिए और मुकेश के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।”
मुख्यमंत्री का बयान –
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “मुकेश चंद्राकर का निधन पत्रकारिता और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। इस मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
बस्तर में पत्रकारिता पर मंडराता खतरा –
बस्तर क्षेत्र में ठेकेदार लॉबी के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले पत्रकारों को अक्सर धमकियों और हिंसा का सामना करना पड़ता है। मुकेश चंद्राकर ने ‘बस्तर जंक्शन’ नामक यूट्यूब चैनल के माध्यम से भ्रष्टाचार की कई परतें उजागर की थीं।
आगे की कार्रवाई –
पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों की तलाश जारी है। इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
मुकेश चंद्राकर की हत्या ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हत्याकांड में न्याय की आस लगाए पूरा प्रदेश सरकार की अगली कार्रवाई पर नजरें गड़ाए हुए है।