
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद 21 आरोपियों को रायपुर, दुर्ग और जगदलपुर की अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया गया है। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि, जेल के अंदर कैदियों के बीच आपस में मारपीट की घटना हुई थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया। जेल प्रशासन ने सोमवार की रात गुपचुप तरीके से कैदियों की शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी की।
जमानत पर संशय की स्थिति –
बलौदाबाजार हिंसा मामले में विधायक देवेंद्र यादव और ओम प्रकाश बंजारे के खिलाफ पुलिस ने 450 पन्नों का चार्ज शीट पेश किया था। देवेंद्र यादव की जमानत याचिका पर 13 नवंबर को हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन अब सुनवाई की तारीख 20 नवंबर तक बढ़ा दी गई है।
कानूनी जानकारों के अनुसार, इस मामले में जमानत पर संशय की स्थिति बनी हुई है, क्योंकि बलौदाबाजार हिंसा मामले में कुल 13 आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराएं लगाई गई हैं, जिनमें से अधिकांश आरोपी पहले ही जेल में बंद हैं और उनकी जमानत याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है।
सख्त आरोपों के तहत चार्ज शीट –
बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस ने विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ 452 पन्नों की चार्ज शीट पेश की। इसमें भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं, जिसमें साजिश रचने, जान से मारने की कोशिश, आगजनी और शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
मामले की गंभीरता –
बलौदाबाजार हिंसा के मामले में अब तक कई आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस और न्यायालय दोनों ने कड़ी कार्रवाई की है, और आरोपियों के खिलाफ आरोपों की संख्या और सजा की संभावना बढ़ी है।
यह मामला प्रदेश में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है, और इस पर आने वाले दिनों में और भी अपडेट्स मिल सकते हैं।