
कोरबा। कोरबा जिले के राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन कन्या छात्रावास में 11वीं कक्षा की छात्रा के मां बनने के मामले ने शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया है। कलेक्टर अजीत वसंत ने इस गंभीर लापरवाही को लेकर छात्रावास अधीक्षिका जय कुमारी रात्रे को तत्काल निलंबित कर दिया है और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है मामला –
सोमवार देर रात छात्रावास में रहने वाली 11वीं कक्षा की एक छात्रा की तबीयत अचानक बिगड़ गई। अधीक्षिका को कुछ समझ में आता, इससे पहले ही छात्रा ने एक नवजात बच्ची को जन्म दिया। घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई। तुरंत डॉक्टर और छात्रा के परिजनों को सूचित किया गया।
परिवार भी था अनजान –
छात्रा के माता-पिता को बुलाया गया, लेकिन छात्रा की मां ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी के गर्भवती होने की कोई जानकारी नहीं थी।
मेडिकल चेकअप में नहीं हुई पुष्टि –
DMC मनोज पांडेय ने बताया कि 3 जनवरी को छात्रावास में छात्राओं का मेडिकल चेकअप कराया गया था, लेकिन उस समय छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी सामने नहीं आई। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि गर्मी की छुट्टियों में छात्रा अपने गांव गई थी, और वहीं उसके गर्भवती होने की आशंका जताई जा रही है।
कलेक्टर का कड़ा रुख –
कलेक्टर अजीत वसंत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम का गठन कर दिया है। टीम को जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
जच्चा-बच्चा अस्पताल में भर्ती –
बच्ची के जन्म के बाद छात्रा और नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नवजात को सांस लेने में तकलीफ होने के कारण विशेष देखरेख में रखा गया है।
आगे की कार्रवाई –
इस पूरे मामले की जांच जारी है, और कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, छात्रावासों में निगरानी और मेडिकल चेकअप को और अधिक सख्त और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
यह घटना छात्रावास प्रबंधन और शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी।