
रायपुर। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल में निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमितताएं उजागर होने के बाद राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर जगदलपुर के कार्यपालन अभियंता सी. के. ठाकुर और सहायक अभियंता नीरज ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही ठेकेदार मेसर्स एन. के. कंस्ट्रक्शन दुर्ग को ब्लैकलिस्ट करने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
मंत्री ओपी चौधरी ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनियमितताओं में शामिल किसी भी अधिकारी, कर्मचारी या ठेकेदार को बख्शा नहीं जाएगा।
जांच में सामने आईं गंभीर अनियमितताएं –
आवासीय भवनों के निर्माण कार्यों को लेकर बीजापुर जिले के भैरमगढ़, भोपालपट्टनम और उसूर (आवापल्ली) ब्लॉकों में मुख्यालय स्तर पर जांच की गई। जांच में निर्माण कार्यों में देरी और अन्य गड़बड़ियों की पुष्टि हुई। ठेकेदार को कार्य के लिए तय राशि से अधिक भुगतान किया गया था, जिसमें कई कार्य कागजों पर दिखाए गए थे, लेकिन वास्तविक रूप से पूरे नहीं हुए।
आयुक्त कुंदन कुमार (IAS) ने जारी किए निलंबन आदेश –
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त कुंदन कुमार (IAS) ने दोनों अधिकारियों के निलंबन का आदेश जारी किया। इसके साथ ही ठेकेदार के पंजीकरण को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पारदर्शिता और सुशासन पर जोर –
सरकार का कहना है कि इस कदम का उद्देश्य सरकारी आवासीय परियोजनाओं में पारदर्शिता और सुशासन को सुनिश्चित करना है। आवास मंत्री ने कहा कि नागरिकों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण आवास उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।