छत्तीसगढ़ बड़ी खबर : कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आक्रोश, टिकट बेचने के आरोपों से घिरी पार्टी, भाजपा का जोरदार हमला

रायपुर. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पर उसके ही कार्यकर्ताओं द्वारा टिकट बेचने का आरोप लगाया गया है। रायपुर स्थित कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए। इसी मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो जारी कर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का उनकी अपनी पार्टी से भरोसा उठ चुका है। कांग्रेस भवन, रायपुर में कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी ही पार्टी पर टिकट बेचने का आरोप लगाया गया है।
आज कांग्रेस का हर कार्यकर्ता उनकी पार्टी की नीति से आहत है। एक परिवार की चाकरी करने वाली कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व… pic.twitter.com/o8RpSowhK1
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) January 27, 2025
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष –
भाजपा ने वीडियो में दावा किया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी से नाराज और आहत हैं। वीडियो में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यह कहते हुए दिखाया गया कि पार्टी ने टिकट वितरण में पारदर्शिता नहीं बरती और पैसे के आधार पर टिकट बेचे गए हैं। भाजपा ने इसे “एक परिवार की पार्टी” बताते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व कभी अपने कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान नहीं कर सकता।
कांग्रेस भवन में बढ़ा विरोध –
कांग्रेस भवन, रायपुर में कार्यकर्ताओं का हंगामा इस बात का संकेत देता है कि पार्टी के अंदर गहरी असहमति है। कुछ कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि टिकट वितरण में वरिष्ठ नेताओं ने योग्य उम्मीदवारों को नजरअंदाज किया और बाहरी दबाव में निर्णय लिए।
भाजपा ने कसा तंज –
भाजपा ने X पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “कांग्रेस का असली चेहरा अब सबके सामने है। टिकट बेचने वाली पार्टी से जनता और कार्यकर्ताओं को न्याय की उम्मीद करना बेमानी है।” भाजपा ने दावा किया कि कांग्रेस की इस नीति से जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं का भरोसा उठ चुका है।
कांग्रेस का बचाव –
दूसरी ओर, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि टिकट वितरण प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और योग्यता पर आधारित है। पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विरोधियों द्वारा ये आरोप साजिश के तहत लगाए जा रहे हैं।
चुनाव पर असर –
निकाय चुनावों से पहले इस विवाद ने कांग्रेस के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। भाजपा ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाकर कांग्रेस को बैकफुट पर लाने की कोशिश की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का चुनावी नतीजों पर क्या प्रभाव पड़ता है।