
रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉरपोरेशन (CGMSC) में गड़बड़ी के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने रायपुर, दुर्ग, और पुलगांव समेत सरकारी सप्लायर मोक्षित कॉरपोरेशन के कई ठिकानों पर दबिश दी है।
कार्रवाई की जानकारी –
पुलगांव चौक, दुर्ग : मोक्षित कॉरपोरेशन के ऑफिस पर दस्तावेजों की जांच।
खंडेलवाल कॉलोनी, दुर्ग : सप्लायर सिद्धार्थ चौपड़ा और उनके तीन भाइयों के ठिकानों पर छापेमारी।
ईओडब्ल्यू-एसीबी टीम ने इन स्थानों पर संदिग्ध दस्तावेज और लेन-देन की जांच शुरू की है।
क्या है मामला?
छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉरपोरेशन में सरकारी मेडिकल सप्लाई से जुड़े अनुबंधों में गड़बड़ी का आरोप है। शुरुआती जांच में ठेकों में अनियमितता, गुणवत्ता के साथ समझौता और सरकारी धन के दुरुपयोग के प्रमाण मिले हैं।
दस्तावेजों की जांच जारी –
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डाटा जब्त किया गया है। सिद्धार्थ चौपड़ा और उनके परिवार से जुड़ी संपत्तियों की भी पड़ताल की जा रही है।
सरकार की कड़ी नजर –
इस कार्रवाई से राज्य में हड़कंप मच गया है। सरकार ने भ्रष्टाचार पर शून्य सहनशीलता की नीति के तहत यह कदम उठाया है। उम्मीद है कि जांच में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।