छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू अलर्ट : पोल्ट्री फार्म और कानन पेंडारी जू में कड़ी सतर्कता

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार सतर्क हो गई है। रायगढ़ में बर्ड फ्लू का केस मिलने के बाद पशु चिकित्सा विभाग और वन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। संभावित खतरे को देखते हुए संभाग स्तरीय रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है, जो स्थिति पर नजर रखेगी और आवश्यक कदम उठाएगी।
रेपिड रिस्पांस टीम हुई सक्रिय
राज्य सरकार ने संभागीय स्तर पर विशेष टीम का गठन किया है, जिसमें पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। टीम को पोल्ट्री फार्मों, वन विभाग और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर सतर्कता बढ़ाने और बीमारी को फैलने से रोकने का निर्देश दिया गया है।
इन अधिकारियों को टीम में शामिल किया गया है:
डा. अर्चना अग्रवाल – अतिरिक्त उप संचालक व प्रभारी, डीआई लैब बिलासपुर
डा. तनमय ओत्तलवार – पशु चिकित्सक सहायक शल्यज्ञ, डीआई लैब बिलासपुर
डा. वीरेंद्र पिल्ले – अतिरिक्त उप संचालक
डा. राम ओत्तलवार – अतिरिक्त उप संचालक
बीएस पांडेय, कैलाश गजभिए, राहुल वैष्णव, अनिल कुमार यादव – विभिन्न विभागों से जुड़े अधिकारी
मुर्गियों की सैंपलिंग और पोल्ट्री फार्मों की जांच जारी
बिलासपुर और रायगढ़ में 200 से अधिक पोल्ट्री फार्म और 160 चिकन सेंटर की सघन जांच की जा रही है। पशु चिकित्सा विभाग ने ब्लड सैंपलिंग का निर्णय लिया है, जिससे संक्रमण का पता लगाया जा सके। यदि असामान्य रूप से मुर्गियों की मौत दर्ज होती है, तो उन फार्मों को सील कर सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा।
जू में मांसाहारी पशुओं के आहार में बदलाव
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए कानन पेंडारी जू में भी सतर्कता बरती जा रही है। यहां बाघ, शेर और तेंदुए के आहार में चिकन देने पर रोक लगा दी गई है।
जू में मांसाहारी वन्य प्राणियों के लिए प्रत्येक बुधवार को 225 किलो चिकन और अन्य दिनों में प्रतिदिन 26 किलो चिकन दिया जाता था। लेकिन अब इसके स्थान पर मटन दिया जाएगा ताकि संक्रमण का खतरा टाला जा सके। जू प्रबंधन ने सभी केज की सफाई और सैनिटाइजेशन बढ़ा दिया है, जिससे बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।
पर्यटकों और पोल्ट्री कारोबारियों के लिए अपील
पशु चिकित्सा विभाग और जू प्रशासन ने आम नागरिकों, पोल्ट्री फार्म मालिकों और पर्यटकों से सावधानी बरतने की अपील की है।
किसी भी मृत पक्षी को न छूने और उसकी सूचना तुरंत संबंधित विभाग को देने का आग्रह किया गया है।
पोल्ट्री फार्म संचालकों को अपने फार्म की नियमित सफाई और सैंपलिंग करवाने को कहा गया है।
जू में आने वाले पर्यटकों को भी सतर्क रहने और किसी प्रकार के पक्षी मांसाहार से दूर रहने की सलाह दी गई है।
स्थिति नियंत्रण में, लेकिन सतर्कता जारी
बिलासपुर के कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र के अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि बिलासपुर में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की इन सतर्कता भरी तैयारियों से उम्मीद है कि बर्ड फ्लू के खतरे को प्रभावी रूप से रोका जा सकेगा और पोल्ट्री कारोबार के साथ-साथ वन्यजीवों को भी सुरक्षित रखा जाएगा।