रायपुर। छत्तीसगढ़ का विवादित और बहुचर्चित कथित सेक्स सीडी कांड एक बार फिर गरमा सकता है। 7 साल बाद आज रायपुर कोर्ट में मामले की सुनवाई फिर से शुरू हो गई है। यह मामला 27 अक्टूबर 2017 को उजागर हुआ था, जब एक अश्लील वीडियो में तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत के चेहरे को टेंपर कर जारी करने का आरोप लगा था।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके सलाहकार विनोद वर्मा और अन्य कई नेताओं पर आरोप लगे थे। 2018 में सीबीआई द्वारा चार्जशीट पेश किए जाने के बाद से मामले की सुनवाई ठंडे बस्ते में चली गई थी, लेकिन अब यह फिर से तूल पकड़ने वाला है।
क्या था मामला?
27 अक्टूबर 2017 को छत्तीसगढ़ में एक कथित सेक्स टेप वायरल हुआ था, जिसमें तत्कालीन रमन सरकार के एक मंत्री का नाम सामने आया था। इसके बाद दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया गया था। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेताओं ने इस कथित सीडी को फैलाया था। मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद, विनोद वर्मा, व्यवसायी विजय भाटिया, कैलाश मुरारका और रिंकु खनूजा समेत कई लोगों को आरोपी बनाया गया था।
सीबीआई ने मामले की सुनवाई छत्तीसगढ़ से बाहर कराने की मांग की थी, क्योंकि उनके अनुसार, गवाहों को धमकाया जा रहा था। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में यह भी दावा किया था कि गवाहों को प्रभावित किया जा रहा है, जिनमें से कुछ दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों से हैं।
सुप्रीम कोर्ट की दखल
सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में इस मामले पर सुनवाई पर स्टे लगा दिया था और मामले को छत्तीसगढ़ से बाहर भेजने का सवाल उठाया था। सीबीआई ने आरोप लगाया था कि गवाहों को धमकाया जा रहा है और राज्य सरकार के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं।
अब, इस मामले की सुनवाई रायपुर कोर्ट में फिर से शुरू हो गई है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बहुचर्चित मामले में आगे क्या मोड़ आता है।