छत्तीसगढ़ बड़ी खबर : कांग्रेस में बागियों की घर वापसी …

रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने संगठन को फिर से मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव में बगावत करने वाले 18 नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया गया है। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित किए गए इन नेताओं की पहली सूची कांग्रेस ने जारी कर दी है।
अजीत कुकरेजा की वापसी पर विवाद
इस सूची में रायपुर से अजीत कुकरेजा, सागर दुल्हानी और दिवाकर साहू का नाम शामिल है। अजीत कुकरेजा की वापसी को लेकर पार्टी के भीतर विरोध भी हुआ। पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने उनकी घर वापसी पर आपत्ति जताते हुए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखा था। विधानसभा चुनाव में कुकरेजा ने रायपुर उत्तर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जिससे कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा था। बावजूद इसके, छानबीन समिति की अनुशंसा पर उनका निष्कासन रद्द कर दिया गया।
बिलासपुर से जसबीर गुंबर की भी घर वापसी
रायपुर के अलावा बिलासपुर से भी पूर्व कांग्रेस नेता जसबीर गुंबर को पार्टी में वापस ले लिया गया है। कांग्रेस का मानना है कि निष्कासित नेताओं की वापसी से पार्टी को फिर से संगठित करने में मदद मिलेगी।
बागियों को जोड़ने की रणनीति
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कई नेताओं ने बगावती तेवर अपनाए थे, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। अब कांग्रेस अपने खेमे को दोबारा मजबूत करने के लिए बागी नेताओं को वापस जोड़ने की रणनीति अपना रही है। पार्टी जल्द ही दूसरी सूची भी जारी कर सकती है।
क्या यह रणनीति कांग्रेस को फायदा पहुंचाएगी?
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि निष्कासित नेताओं की वापसी से पार्टी में आंतरिक असंतोष बढ़ सकता है, लेकिन कांग्रेस इसे एकजुटता की दिशा में उठाया गया कदम बता रही है। आने वाले समय में यह देखने लायक होगा कि यह फैसला पार्टी को मजबूती देगा या भीतरखाने नई कलह को जन्म देगा।