
बिलासपुर/मरवाही। मरवाही वन मंडल में एक भालू की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला है और उसके कई अंग गायब हैं, जिससे साफ है कि यह शिकारियों की करतूत हो सकती है। हैरान करने वाली बात यह है कि वन विभाग को इस घटना की भनक तक नहीं लगी, जिससे जंगल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
शव देखकर अधिकारियों के उड़े होश –
गुरुवार को जब यह मामला सामने आया तो वन विभाग में हड़कंप मच गया। मरवाही और मनेंद्रगढ़ वन मंडल की सीमा पर मिले शव की स्थिति देखकर ही यह स्पष्ट हो गया कि भालू का शिकार किया गया है। शव लगभग 8-10 दिन पुराना था और उसमें से गुप्तांग समेत कई महत्वपूर्ण अंग गायब थे।
जांच के बाद भालू का पोस्टमार्टम कराया गया और फिर अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि, वन विभाग इस पर कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय केवल औपचारिकताएं पूरी करता दिख रहा है।
जंगल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल –
यह घटना वन विभाग की लापरवाही को उजागर करती है। जंगल में न तो नियमित गश्त होती है और न ही अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय रहते हैं। अगर सुरक्षा मजबूत होती तो शिकारी इतनी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाते।
वन विभाग यह तो स्वीकार कर रहा है कि भालू की मौत हुई है, लेकिन यह शिकार था या नहीं, इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही होगी।