
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद सियासी तापमान बढ़ गया है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को भाजपा की राजनीति से प्रेरित साजिश करार दिया है और विधानसभा में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
भूपेश बघेल का बयान, “सच से भाग नहीं सकते” –
भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भाजपा जानती है कि छत्तीसगढ़ में उसकी जमीन खिसक चुकी है। केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर मुझे और मेरे परिवार को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन हम सच्चाई की राह पर हैं और किसी भी दबाव से डरने वाले नहीं हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता सच्चाई देख रही है और समय आने पर उचित जवाब देगी।
कांग्रेस का विधानसभा में हंगामा –
ईडी की इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र भी हंगामेदार हो गया। कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार नारेबाजी की और भाजपा पर ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, “ईडी की कार्रवाई का उद्देश्य केवल कांग्रेस को बदनाम करना है। यह सारा खेल आगामी चुनावों को देखते हुए रचा गया है।”
क्या है पूरा मामला? –
ईडी ने शराब घोटाले के मामले में भूपेश बघेल, उनके बेटे चैतन्य बघेल और करीबियों के 14 ठिकानों पर छापा मारा।
ईडी का आरोप है कि चैतन्य बघेल अपराध की आय के प्राप्तकर्ता हैं।
कांग्रेस का कहना है कि यह आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं।
कांग्रेस का सवाल –
कांग्रेस ने सवाल उठाया कि विधानसभा के बजट सत्र के बीच और चुनाव नजदीक आने पर ही ईडी की कार्रवाई क्यों होती है। कांग्रेस नेताओं ने इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया और कहा कि वह सड़कों से लेकर सदन तक विरोध जारी रखेंगे।