
कोरबा, 13 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ में निकाय और पंचायत चुनावों में बगावत करने वाले नेताओं पर भाजपा ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। कोरबा नगर निगम के नव निर्वाचित सभापति को निष्कासित करने के बाद अब जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल 4 नेताओं को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया गया है। इनमें 2 महिला नेत्री भी शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा। इसी तरह कोरिया जिले में भी भाजपा ने अपने एक बागी नेता पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए निष्कासन की गाज गिराई है।
बागियों पर बीजेपी का अनुशासनात्मक डंडा
छत्तीसगढ़ में पद और सत्ता के लिए बगावत करने वाले नेताओं के खिलाफ भाजपा ने सख्त रुख अपनाया है। कोरबा नगर निगम में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बागी पार्षद द्वारा सभापति बनने के मामले में पार्टी पहले ही कार्रवाई कर चुकी है। नव निर्वाचित सभापति को 6 साल के लिए निष्कासित करने के बाद, अब श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
इस कार्रवाई के बाद बीजेपी ने कोरबा जिले में चार और बागी नेताओं पर गाज गिराई है, जिन्होंने जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा।
अपनी पत्नियों को चुनाव लड़वाया, अब दोनों नेता पार्टी से बाहर
कोरबा में जनपद पंचायत चुनाव में रोचक स्थिति तब बन गई जब भाजपा के ही दो नेताओं ने अपनी पत्नियों को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में उतार दिया।
कृष्णा राजपूत ने अपनी पत्नी चंद्रकांता राजपूत को
अरविंद भगत ने अपनी पत्नी मोनिका भगत को चुनाव लड़वाया।
इन दोनों नेताओं ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होकर भाजपा का समीकरण बिगाड़ दिया। पार्टी ने सख्त रुख अपनाते हुए कृष्णा राजपूत, अरविंद भगत और उनकी पत्नियों को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
कोरिया में भी कार्रवाई, सौभाग्यवती सिंह पार्टी से बाहर
कोरिया जिले में भी भाजपा ने अनुशासनहीनता पर कार्रवाई करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली सौभाग्यवती सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।