
महासमुंद, 17 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के ग्राम सिंघनपुर में कर्ज और सिंचाई की समस्या से जूझ रहे किसान पुरण निषाद (55) ने खेत में नीम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग भी की।
कर्ज और फसल संकट बना आत्महत्या की वजह –
मृतक किसान के पास लगभग 2.75 एकड़ स्वयं की कृषि भूमि थी, और इसके अलावा 2 एकड़ जमीन बटाई पर लेकर खेती करता था। इस साल उसने रबी फसल के तहत धान की खेती की थी, लेकिन सिंचाई की समस्या से परेशान था।
केसीसी कर्ज : ₹1.55 लाख (ग्रामीण बैंक, झलप)
साहूकारी कर्ज : ₹2 लाख
सिंचाई संकट : पुराने बोरवेल में मोटर पंप फंस जाने के कारण नया पंप लगाया गया, लेकिन बिजली की लो वोल्टेज की वजह से पर्याप्त सिंचाई नहीं हो सकी, जिससे फसल सूखने लगी।
कर्ज चुकाने की चिंता और फसल बर्बाद होने की आशंका के चलते किसान मानसिक तनाव में था।
टिकैत बोले- सरकार करे मदद –
राकेश टिकैत ने पीड़ित किसान की पत्नी पंचवती निषाद और बेटों कुलेश्वर निषाद व टिकेश्वर निषाद से मुलाकात कर दुख साझा किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय किसान यूनियन इस मामले को लेकर सरकार से आर्थिक सहायता दिलाने की मांग करेगी।
किसानों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा महासमुंद –
पीड़ित परिवार से मुलाकात करने भारतीय किसान यूनियन के ये नेता भी पहुंचे :
चौधरी अरनसिंह (बुलंदशहर जिला अध्यक्ष)
प्रवीण क्रांति (छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी)
कृष्णा नरवाल (प्रदेश उपाध्यक्ष)
तेजराम विद्रोही (महासचिव)
जागेश्वर जुगनू चंद्राकर (महासमुंद जिला पंचायत सदस्य)
किसान संगठन ने सरकार से मांग की है कि इस दुखद घटना को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता और कर्ज माफी दी जाए।