राहुल गांधी का बड़ा आरोप: ‘कर्नाटक से कटे 6018 नाम’, वोट चोरी का हाइड्रोजन बम अभी बाकी

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाते हुए बड़े पैमाने पर वोट चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर “हाइड्रोजन बम” लाने वाले हैं और जो तथ्य उनके पास हैं, वह सौ प्रतिशत प्रमाणित हैं।
कर्नाटक के अलंद में वोट डिलीशन का मामला
राहुल गांधी ने दावा किया कि कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 वोटर्स के नाम हटाने की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि वोटर्स को डिलीट करने के लिए कर्नाटक के बाहर के मोबाइल नंबरों का उपयोग किया गया। जब उन नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश की गई, तो कोई जवाब नहीं मिला।
वोटर्स को बिना जानकारी हटाया गया
कांग्रेस नेता ने कहा कि कई वोटर्स को अपने नाम डिलीट होने तक की जानकारी नहीं थी। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि गोदा बाई नाम की महिला के नाम पर 12 वोटर्स डिलीट कर दिए गए। इसी तरह, सूर्यकांत नाम के व्यक्ति के आधार पर मात्र 14 मिनट में 12 वोटर्स को हटाया गया।
महाराष्ट्र के राजुरा में वोटर्स जोड़े गए
राहुल गांधी ने कहा कि जिस तरीके से कर्नाटक में वोटर्स डिलीट किए गए, उसी पैटर्न से महाराष्ट्र के राजुरा क्षेत्र में 6850 वोटर्स जोड़े गए। उनका आरोप था कि यह एक संगठित तरीके से चल रहा है और इसमें तकनीक और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हो रहा है।
कांग्रेस समर्थक बूथों को टारगेट करने का आरोप
उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में है, उन क्षेत्रों के वोटर्स को खासतौर पर निशाना बनाया गया। 2018 के विधानसभा चुनाव में जिन 10 बूथों पर कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं, उन्हीं बूथों पर लगभग 6000 वोटर्स को हटाने की कोशिश की गई।
चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक CID ने चुनाव आयोग को पिछले 18 महीनों में 18 पत्र भेजे, जिनमें IP एड्रेस, डिवाइस पोर्ट और OTP ट्रेल्स की जानकारी मांगी गई। लेकिन अब तक चुनाव आयोग की ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
“चुनाव आयोग वोट चोरों की रक्षा कर रहा है”
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारी वोट चोरी करने वालों को बचा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि यह कोई अनुमान नहीं, बल्कि काले और सफेद में मौजूद ठोस सबूत हैं।



