रेलवे की सतर्कता से हत्या का आरोपी गिरफ्तार: गीतांजली एक्सप्रेस से फरार हुआ था, दुर्ग स्टेशन पर पकड़ा गया

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) की त्वरित और समन्वित कार्रवाई से हत्या के एक फरार आरोपी को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिया गया। यह आरोपी रायपुर से फरार होकर गीतांजली एक्सप्रेस में सफर कर रहा था और गोंदिया से दूसरी ट्रेन पकड़कर दुर्ग की ओर बढ़ रहा था। सीसीटीवी फुटेज और अलर्ट टीमों की मदद से उसे सफलतापूर्वक दबोच लिया गया।
सुबह 7:13 बजे मिली थी सूचना
रायपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रेल) श्वेता सिन्हा ने आज सुबह 7:13 बजे मंडल सुरक्षा आयुक्त, आरपीएफ नागपुर दीप चंद्र आर्य को मोबाइल के जरिए जानकारी दी कि एक हत्या का आरोपी गीतांजली एक्सप्रेस (12860) से भाग रहा है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ की गोंदिया टीम को तुरंत अलर्ट किया गया।
गोंदिया स्टेशन पर चूका आरोपी, CCTV से सुराग मिला
जब गीतांजली एक्सप्रेस गोंदिया पहुंची, तो जांच में सामने आया कि आरोपी पहले ही ट्रेन से उतर चुका था। उप निरीक्षक दीपक कुमार, महिला आरक्षक ज्योति बाला और जया ने तत्काल सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में आरोपी को ट्रेन संख्या 07051 चेरापल्ली-रक्सौल एक्सप्रेस के SLR कोच में चढ़ते हुए देखा गया, जो दुर्ग की ओर जा रही थी।
ट्रेन में बैठाए गए आरक्षक, स्टेशन को किया गया अलर्ट
आरोपी के मूवमेंट का पता लगते ही प्रधान आरक्षक आर.सी. कटारे और आरक्षक वी.के. कुशवाहा को उसी ट्रेन में भेजा गया। डोंगरगढ़ और राजनांदगांव पोस्ट को भी सतर्क किया गया। साथ ही, दुर्ग आरपीएफ प्रभारी, रायपुर मंडल, और वरिष्ठ अधिकारी रमन कुमार को भी सूचना दी गई।
दुर्ग स्टेशन पर घेराबंदी कर पकड़ा गया आरोपी
जैसे ही ट्रेन दुर्ग स्टेशन पहुंची, RPF नागपुर टास्क टीम, RPF दुर्ग, GRP और अन्य अधिकारियों ने संयुक्त कार्रवाई में आरोपी को घेरकर गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम करण पोर्ते उर्फ करन (26 वर्ष), पिता कार्तिक पोर्ते, निवासी मंदिर हसौद, जिला रायपुर बताया। आरोपी पर थाना मंदिर हसौद में IPC की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत केस दर्ज है।
इलाज के बहाने एम्स लाया गया था, वहीं से फरार हुआ
आरोपी ने बताया कि उसे 6 सितंबर 2025 को इलाज के लिए एम्स रायपुर लाया गया था, जहां से वह जेल प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया था। गिरफ्तारी के बाद मंदिर हसौद थाना को सूचना दी गई और आरोपी को वहां की पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
इन अधिकारियों ने निभाई अहम भूमिका
इस पूरी कार्रवाई में निम्न अधिकारियों व कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा:
एन.पी. पांडे, प्रभारी निरीक्षक, RPF गोंदिया
समीर खलको, निरीक्षक, CIB
के.के. दुबे, उप निरीक्षक
के.के. निकोडे, सहायक उप निरीक्षक, मंडल टास्क टीम
एम.के. चौबे, प्रधान आरक्षक
सुभाष तोंबरे, प्रधान आरक्षक
वी.के. कुशवाहा, आरक्षक