Naxalites Surrender in Chhattisgarh: कमांडर के ढेर होते ही 12 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी उपलब्धि मिली है। पुलिस और प्रशासन के दबाव के चलते कुल 12 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें पाँच महिलाएँ और सात पुरुष शामिल हैं। इन सभी पर कुल 18 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
आत्मसमर्पण करने वालों को मिली सहायता
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन गुरिया ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को तुरंत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है। साथ ही उनके पहचान पत्र बनाकर उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
कमांडर के मारे जाने के बाद पलटी बाजी
जानकारी के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में से एक प्लाटून 16 से जुड़ा हुआ था, जिसका कमांडर हाल ही में हुए एक ऑपरेशन में मारा गया था। पुलिस का कहना है कि नक्सली संगठन पर लगातार बढ़ते दबाव और आत्मसमर्पण नीति की वजह से कई सदस्य हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।
बढ़ रही है आत्मसमर्पण की संख्या
नारायणपुर पुलिस ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक 171 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जिनमें कई उच्च पदों पर सक्रिय रहे कैडर भी शामिल हैं। यह आंकड़ा सरकार की रणनीति और लगातार चल रहे अभियानों की सफलता को दर्शाता है।
बीजापुर में मुठभेड़
इससे पहले बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो नक्सली मारे गए। तलाशी के दौरान वहां से हथियार और गोलाबारूद भी बरामद किया गया।
गढ़चिरौली में दो महिला नक्सली ढेर
इसके अलावा, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो महिला नक्सलियों को ढेर कर दिया। गट्टा जांभिया क्षेत्र में चलाए गए इस अभियान में सी-60 बल और सीआरपीएफ ने संयुक्त कार्रवाई की। पुलिस ने मौके से एके-47 राइफल, आधुनिक पिस्तौल, भारी मात्रा में गोला-बारूद और नक्सली साहित्य बरामद किया।
निष्कर्ष
नारायणपुर, बीजापुर और गढ़चिरौली की हालिया घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकार और सुरक्षा बल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार दबाव बनाए हुए हैं। आत्मसमर्पण और एनकाउंटर की इन घटनाओं से साफ है कि नक्सली संगठनों का हौसला कमजोर पड़ता जा रहा है।



