Sharadiya Navratri 2025: मां बम्लेश्वरी धाम में तैयारियां पूरी, लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत को प्रशासन मुस्तैद

Sharadiya Navratri 2025: छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ में स्थित है और नवरात्र के मौके पर यहां देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। इस बार शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक मनाए जाएंगे। पर्व को लेकर मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के व्यापक इंतज़ाम कर लिए हैं।
पवित्र धाम और इसकी मान्यता
ऊँची पहाड़ी पर बसे बम्लेश्वरी धाम को देवी मां का जागृत स्थल माना जाता है। यहां हर वर्ष नवरात्र में आस्था की बड़ी भीड़ उमड़ती है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सुरक्षा और व्यवस्था
24×7 पुलिस निगरानी, भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त बल की तैनाती
संवेदनशील स्थानों पर CCTV कैमरे और फायर ब्रिगेड की व्यवस्था
मंदिर प्रांगण में चिकित्सा केंद्र, आपातकालीन सहायता, ठंडा पेयजल और वेटिंग हॉल की सुविधा
रोपवे से आसान दर्शन
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे सेवा पूरी तरह तैयार है। तकनीकी जांच व मरम्मत के बाद इसे चालू किया गया है। ऑनलाइन टिकटिंग पोर्टल के ज़रिए अग्रिम बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
यातायात और पार्किंग प्रबंध
छिरपानी क्षेत्र में विशाल पार्किंग व्यवस्था
डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन से मंदिर तक ऑटो और पैदल रास्ता सुगम
भीड़ के दौरान ट्रैफिक कंट्रोल की विस्तृत योजना लागू
ज्योति कलशों की अद्भुत परंपरा
नवरात्र के दौरान ज्योति कलश प्रज्वलन इस धाम की विशेष पहचान है। इस वर्ष:
ऊपर मंदिर में: 7500–8000 ज्योति कलश
नीचे मंदिर में: 901 कलश
शीतला माता मंदिर में: 61 कलश जलाए जाएंगे।
धार्मिक मेले की रंगत
मेले में होंगे:
झूले, खाने-पीने और पारंपरिक दुकानों की बहार
सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक कलाकारों की प्रस्तुतियाँ
श्रद्धालुओं के मनोरंजन व आस्था का अनूठा संगम
स्वच्छता और सेवा में तत्परता
सफाई कर्मचारियों की तैनाती
कचरा प्रबंधन के लिए मोबाइल यूनिट
ट्रस्ट व प्रशासन की सहयोगात्मक कार्यप्रणाली को स्थानीय लोगों की सराहना मिल रही है।
मंदिर ट्रस्ट की अपील
अधिक भीड़ से बचने के लिए रोपवे का उपयोग करें
पहचान पत्र, दवाइयाँ और ज़रूरी सामान साथ रखें
प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि सभी को सुरक्षित और शांतिपूर्ण दर्शन का अनुभव हो