‘Montha’ Cyclone: ‘मोंथा’ तूफान का खतरा, IMD ने छग में भारी बारिश का अलर्ट किया जारी

बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब और गहराता जा रहा है और यह चक्रवात ‘मोंथा’ का रूप ले चुका है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान तेजी से पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है, जिससे ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है।
ओडिशा और आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट
ओडिशा सरकार ने राज्य के सभी 30 जिलों को अलर्ट पर रखा है। आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि प्रशासन ने राहत एवं बचाव दलों को सक्रिय कर दिया है। मौसम विभाग ने गजपति, गंजाम, पुरी, कटक, कोरापुट और नबरंगपुर जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, आंध्र प्रदेश में भी मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तूफान के मंगलवार शाम या रात तक टकराने की संभावना है। हवा की गति 100 से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
छत्तीसगढ़ में भी असर, भारी बारिश का अनुमान
चक्रवात मोंथा का असर छत्तीसगढ़ पर भी देखने को मिलेगा। 28 और 29 अक्टूबर को राज्य के दक्षिणी हिस्सों—विशेष रूप से बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और कांकेर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से यात्रा न करने की सलाह दी है।
पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में भी बारिश के आसार
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 28 से 30 अक्टूबर तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना है। बिहार और झारखंड में 29 से 31 अक्टूबर के बीच हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा सकती है। वहीं दक्षिण भारत के राज्यों—केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में अगले पांच दिनों तक रुक-रुककर बारिश होती रहेगी।
चक्रवात के तीव्र होने की संभावना
IMD के अनुसार, यह सिस्टम अगले 24 घंटों में और मजबूत होकर भीषण चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) में तब्दील हो सकता है। इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा और 28 अक्टूबर की सुबह तक तट से टकरा सकता है।



