छत्तीसगढ़ में आज से शुरू हुई SIR प्रक्रिया, हर वोटर की तीन बार होगी जांच, BLO करेंगे घर-घर वेरिफिकेशन

छत्तीसगढ़ में 2028 विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को अद्यतन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चुनाव आयोग ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत पूरे राज्य में घर-घर जाकर मतदाता सूची की जांच का अभियान शुरू किया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) यशवंत कुमार ने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) प्रत्येक घर में कम से कम तीन बार जाएंगे ताकि कोई पात्र मतदाता छूट न जाए। इस दौरान मृत, फर्जी या डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाएंगे।
फर्जी जानकारी देने पर सजा और जुर्माना
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति गलत या भ्रामक जानकारी देता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसमें एक साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
CEO ने बताया कि इस प्रक्रिया में 95% मतदाताओं को किसी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि पहले से दर्ज जानकारी का सत्यापन किया जाएगा।
मौजूदा मतदाता सूची फ्रीज
राज्य की मौजूदा वोटर लिस्ट सोमवार रात 12 बजे से फ्रीज कर दी गई है। अब नए नाम जोड़ने या सुधार का कार्य केवल SIR प्रक्रिया के दौरान ही किया जाएगा। इस प्रक्रिया में 13 प्रकार के पहचान दस्तावेज मान्य होंगे।
पारदर्शिता के लिए राजनीतिक दलों की भागीदारी
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से भी आग्रह किया है कि वे अपने Booth Level Agents (BLA) नियुक्त करें ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रहे। यह कदम उन विवादों के बाद उठाया गया है जो पिछली मतदाता सूचियों में गड़बड़ी को लेकर सामने आए थे।
प्रक्रिया का पूरा शेड्यूल
प्रशिक्षण व मुद्रण चरण: 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025 तक
घर-घर गणना (Enumeration): 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक
मसौदा मतदाता सूची जारी: 9 दिसंबर 2025
दावे-आपत्तियां स्वीकार: 8 जनवरी 2026 तक
अंतिम सूची जारी: 7 फरवरी 2026
2.11 करोड़ से अधिक मतदाता पंजीकृत
छत्तीसगढ़ में फिलहाल 2 करोड़ 11 लाख से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने हाल ही में 12 राज्यों में SIR प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की थी, जिसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। आयोग का लक्ष्य है कि 2028 विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची पूरी तरह अद्यतन और त्रुटिरहित हो।



