MP–CG बार्डर पर मुठभेड़: सब-इंस्पेक्टर शहीद, दो बार मिल चुका था वीरता पदक

छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की संयुक्त सीमा पर बुधवार सुबह हुई नक्सली मुठभेड़ में मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले की स्पेशल नक्सल विरोधी हॉक फोर्स के सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा शहीद हो गए। मुठभेड़ के दौरान उन्हें गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में डोंगरगढ़ अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उपचार के दौरान उनकी शहादत की पुष्टि की।
कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने की अंधाधुंध फायरिंग
जानकारी के अनुसार, सुबह माओवादी गतिविधियाँ देखे जाने की सूचना पर जवानों की टीम महाराष्ट्र–मध्यप्रदेश–छत्तीसगढ़ की सीमा पर कॉम्बिंग ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी। जैसे ही जवान जंगल में आगे बढ़े, नक्सलियों ने अचानक अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं। फायरिंग में बालाघाट जिले के किनी चौकी प्रभारी SI आशीष शर्मा घायल हो गए। उन्हें तुरंत डोंगरगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। बताया जा रहा है कि डोंगरगढ़ के बोरतलाव जंगल क्षेत्र में मुठभेड़ अभी भी जारी है।
वीरता पदक से सम्मानित थे SI आशीष शर्मा
40 वर्षीय सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा दो बार वीरता पदक प्राप्त कर चुके थे। वे 2025 में बालाघाट के रौंदा जंगलों में हुई बड़ी मुठभेड़ में भी अहम भूमिका निभा चुके थे, जहाँ उन्होंने तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया था। उनकी शहादत की खबर के बाद पुलिस विभाग में शोक की लहर है और साथी अधिकारी–कर्मचारी नम आंखों के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।



