रायपुर। विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने 13 महापौरों को 24 विधानसभा क्षेत्र में पार्टी उम्मीदवारों की जीत तय करने का लक्ष्य दिया है। राजीव भवन में प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने सभी महापौरों से चुनावी चर्चा की।
सैलजा ने महापौरों को दिया जीत का मंत्र
सैलजा ने कहा कि कुछ दिन में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है। उसके बाद 2024 का लोकसभा चुनाव होगा। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों के साथ राष्ट्रीय मुद्दे उठाए। लेकिन भाजपा ने वहां पर सिर्फ धर्म और सांप्रदायिकता के मुद्दे को उठाया। आज पूरे देश के लोग कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार फिर से बनेगी। यह बताता है कि यहां सरकार ने अच्छा काम किया है। आज भाजपा डरी है, वह हमारी सरकार के खिलाफ सेंट्रल एजेंसी को लगाकर रखी है।
महापौरों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराते हुए सैलजा ने कहा कि समय कम बचा है। अब चुनाव के नजरिए से काम करें और अपने क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करें। पार्टी के लोगों और पदाधिकारियों के साथ सामंजस्य के साथ काम करें। हम चुनावी रणभूमि में जा चुके है। हमारी कार्यप्रणाली उसी के अनुसार होना चाहिए।
प्रभारी सचिव डा. चंदन यादव ने कहा कि निगम क्षेत्रों के 23 विधानसभा सीटें है। हमें शहरी क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करना है। 23 विधानसभा क्षेत्रों पार्टी को कैसे मजबूत करना है, चुनावी विजय दिलाना है, इस पर आपको रणनीति बनाना है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि आप पर राज्य सरकार की योजनाओं को लागू करने की सीधी जिम्मेदारी है। ऐसे में आपके काम के आधार पर 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में हम शहरी क्षेत्रों में जाएंगे। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के साथ शहरी क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई है। सारी योजनाओं का लाभ जनता तक मिले, यह सुनिश्चित करना महापौर और अध्यक्षों का काम है।
महापौर के चुनावी प्रबंधन का पार्टी को मिलेगा लाभ
प्रभारी सचिव सप्तगिरी शंकर उल्का ने कहा कि आप सब शहरी क्षेत्रों से जीत कर आए हैं। आपके चुनावी रणनीति के अनुसार हमें विधानसभा, लोकसभा के लिए काम करना है। जितनी शिद्दत से पार्षद, महापौर विधानसभा चुनाव के लिए काम करेंगे, वैसे ही लोकसभा चुनाव को भी टार्गेट करना है। आपके चुनावी प्रबंधन का लाभ पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी मिलना चाहिए। विजय जांगिड़ ने कहा कि पार्षदों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करनी होगी। शहरी क्षेत्र के नौकरी पेशा लोगों को भी साथ में जोड़ने की रणनीति बनानी है।
कांग्रेस सरकार ने निकायों को दिया आर्थिक पैकेज
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि सरकार ने शहरी क्षेत्र के मूलभूत सुविधाओं को सुधारने का काम किया। भाजपा शासनकाल में कर्मचारियों को नौ महीने वेतन नहीं मिलता था। 15 साल में जितनी राशि निकायों में नहीं गई, उससे ज्यादा राशि साढ़े चार साल में कांग्रेस सरकार ने किया। सभी निकायों के लिए मुख्यमंत्री ने आर्थिक पैकेज घोषित किया है। उन्होंने महापौरों को आश्वस्त किया कि सभी अपने क्षेत्रों में प्रस्ताव भेजे, तुरंत स्वीकृति दी जाएगी। निकाय क्षेत्रों में सभी विधानसभा सीटे जीतना हमारा लक्ष्य है।
ये महापौर थे मौजूद
महापौर कंचन जायसवाल, डा.अजय तिर्की, जानकी काटजू, राजकिशोर प्रसाद, रामशरण यादव, विजय देवांगन, एजाज ढेबर, धीरज बाकलीवाल, हेमा देशमुख, सफिरा साहू, नंदलाल देवांगन, नीरज पाल, निर्मल कोसरे और शशि सिन्हा मौजूद थे।