रायपुर। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में आचार संहिता की घोषणा इसी हफ्ते कभी भी की जा सकती है। बुधवार को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा, जिसमें निर्वाचन पदाधिकारी अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की जानकारी देंगे। फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत चार अक्टूबर को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की तारीख पहले से तय हो चुकी है। इससे पहले 28 सितंबर तक दावा आपत्तियों का निराकरण किया गया।
सूत्रों के मुताबिक आचार संहिता की घोषणा इसी हफ्ते कभी भी हो सकती है। संभवत: सात से 12 अक्टूबर के बीच आचार संहिता लागू हो सकती है। आचार संहिता के लागू होते ही प्रदेश में सरकारी योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में रोक लग जाएगी। साथ ही राजनीतिक पार्टियों के लिए सरकारी सुविधाओं और खर्चें का फंड भी रोक दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में 2.03 करोड़ से अधिक मतदाता –
11 सितंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 2.03 करोड़ हो चुकी है। इसके बाद भी कई नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। बुधवार को निर्वाचन कार्यालय में अधिकारी अंतिम मतदाता सूची की जानकारी देंगे। अधिकारियों के मुताबिक चुनाव आयोग की सुविधा के मुताबिक छूटे हुए मतदाता नामांकन के चार दिन पहले तक मतदाता सूची में नाम जुड़वा सकेंगे।
पारदर्शी चुनाव के लिए इन विभागों को भी जिम्मेदारी –
निर्वाचन कार्यालय ने मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। इस वर्ष प्रदेश में 24000 से अधिक बूथ है। प्रदेश में पारदर्शी चुनाव के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए विशेष तैयारियां की जा रही है। पारदर्शी चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने केंद्र और राज्य सरकार के विभागों को सामूहिक जिम्मेदारी सौंपी है।
पुलिस, आयकर, आबकारी, वन, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, डीआरआइ, परिवहन विभाग, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, रिजर्व बैंक, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, सीजीएसटी, एसजीएसटी, डाक विभाग, उड्डयन विभाग, प्रवर्तन निदेशालय, भारतीय रेलवे, ब्यूरो आफ सिविल एविएशन अथारिटी सहित अन्य विभागों को दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया है।