
रायपुर/बिलासपुर। ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती 1008 जी महाराज का दीपावली पर्व के लिए छत्तीसगढ़ आगमन हुआ। शंकराचार्य महाराज का आगमन होते ही भक्तों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
शंकराचार्य जी के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया कि महाराज शुक्रवार को दोपहर 2 बजे दिल्ली से रायपुर विमानतल पहुंचे। निकास द्वार में ब्रह्मचारी डॉ. इंदुभवानन्द ने पुप्ष माला अर्पण कर आशीर्वाद लिया। एयरपोर्ट पर ही शंकराचार्य महाराज के जयकारे लगाएं गए। शंकराचार्य जी काफी समय के बाद छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। हर वर्ष शंकराचार्य जी दीपावली पर्व में छत्तीसगढ़ में ही होते हैं।
शंकराचार्य जी के आगमन के अवसर पर सीईओ ज्योतिर्मठ चंद्रप्रकाश उपाध्याय, ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद, DP तिवारी, भूपेश शर्मा, विजय तिवारी, नीलकंठ चंद्रवंशी, बंटी तिवारी, उमंग पांडे सहित सैकड़ों सनातनी उपस्थित रहें।
रायपुर से बिलासपुर के लिए प्रस्थान –
विदित हो कि शंकराचार्य जी दीपावली उत्सव में प्रति वर्ष छत्तीसगढ़ के कवर्धा में मनाते है। दीपावली उत्सव के पूर्व धनतेरस के दिन (शुक्रवार) को कृपा पात्र शिष्य हरीश शाह के चिचिरदा रोड स्थित कुंज कुटीर फार्म हाउस पहुँचे, जहां शाह परिवार ने शंकराचार्य का पदुकापुजन कर आशीर्वाद लिया। वही उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
शाम 7 बजे धनतेरस पर विशेष पूजा सम्पन्न –
वही कुंज कुटीर में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन व विशेष धनतेरस का पूजन काशी से आए आचार्य अवध राम पांडेय द्वारा सम्पन्न कराया गया। इसके बाद 11 नवम्बर शनिवार को सुबह शंकराचार्य जी कुंज कुटीर में दर्शन देंगे व दोपहर 12 बजे रामावतर अग्रवाल के निज निवास पर पदुकापुजन सम्पन्न होगा। इसके बाद सड़क मार्ग से चकरभाठा, बिल्हा, नांदघाट, सिमगा, बेमेतरा होते हुए बेमेतरा सपाद लक्षेश्वर धाम सलधा के लिए प्रस्थान करेंगे।