
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हाल ही में संपन्न हुए नगरीय निकाय चुनावों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने दावा किया कि भाजपा ने पूरे प्रदेश में शराब और पैसे बांटकर मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि “चुनाव में भाजपा को अपनी संभावित हार का आभास हो गया था, इसलिए उसने प्रदेशभर में शराब और पैसे का सहारा लिया।” इसी क्रम में नगर पालिका पंडरिया में भाजपा विधायक भावना बोहरा के संरक्षण में एक वाहन से 200 नग लिफाफे, शराब की बोतलें और नकदी पकड़ी गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस वाहन का पीछा कर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने सामग्री को जब्त कर लिया।
विधायक के दबाव में पुलिस ने आरोपी को छोड़ा
कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि 9 फरवरी की रात को विधायक भावना बोहरा के संरक्षण में बेमेतरा स्कूल के प्रबंधक विनीत राजोरिया मतदाताओं में 500 के नोट बांट रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध करने पर पुलिस ने वाहन और आरोपी को पकड़ा, लेकिन विधायक के दबाव में उन्हें छोड़ दिया गया।
गांव में पैसे और शराब बांटने का विरोध करने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मारपीट
कांग्रेस ने दावा किया कि 10 फरवरी को भाजपा समर्थकों ने वार्ड नं. 9 (रउहा) में शराब और पैसा बांटने का प्रयास किया। जब गांव वालों ने इसका विरोध किया तो विधायक भावना बोहरा पुलिस बल और समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचीं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्रवंशी के देवर कुलदीप चंद्रवंशी से मारपीट करवाई और पुलिस की मौजूदगी में शराब और सामग्री लेकर चली गईं।
चुनाव आयोग और डीजीपी से शिकायत करेगी कांग्रेस
कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि भाजपा के नेता खुद पैसे और शराब बांट रहे हैं, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग और डीजीपी से शिकायत करने की घोषणा की है।
इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सत्यप्रकाश सिंह, युवा कांग्रेस अध्यक्ष आकाश शर्मा, कांग्रेस विधि विभाग अध्यक्ष देवा देवांगन और आनंद सिंह भी मौजूद रहे।