छत्तीसगढ़ “चैत्र नवरात्रि” पावन पर्व : शुद्ध घी की कमी से इस बार कई मंदिरों में नहीं जलेंगे घृत ज्योति कलश

Chhattisgarh “Chaitra Navratri” holy festival: Due to shortage of pure ghee, this time ghee jyoti kalash will not be lit in many temples
रायपुर। चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर छत्तीसगढ़ के शक्तिपीठों और देवी मंदिरों में भक्तों के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। हालांकि, इस बार शुद्ध घी की कमी और मिलावट की आशंका के चलते कुछ मंदिरों में घृत ज्योति कलश जलाने पर रोक लगा दी गई है।
डोंगरगढ़ और राजनांदगांव में घी के दीपक पर रोक –
डोंगरगढ़ की मां बम्लेश्वरी और राजनांदगांव की पाताल भैरवी मंदिर में इस बार घी के दिए नहीं जलाए जा सकेंगे। मंदिर प्रबंधन ने भक्तों की सुरक्षा और शुद्धता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। हाल ही में बाजार में मिलावटी घी मिलने की खबरों के बाद यह फैसला लिया गया। हालांकि, भक्तों को तेल के दीपक जलाने की अनुमति दी गई है।
रतनपुर महामाया मंदिर में घी ज्योति संभव –
बिलासपुर के रतनपुर स्थित महामाया मंदिर में 31 हजार ज्योति कलश जलाने की तैयारी है, जिनमें से 5 हजार दीप घी के होंगे। यहां के लिए देवभोग से 18 हजार लीटर शुद्ध घी मंगवाया गया है। श्रद्धालु 700 रुपए में तेल और 2100 रुपए में घी का दीपक जला सकते हैं।
अंबिकापुर महामाया मंदिर में केवल नगद भुगतान –
अंबिकापुर के महामाया मंदिर में घी ज्योति के लिए 2100 रुपए और तेल ज्योति के लिए 801 रुपए का शुल्क तय किया गया है। हालांकि, यहां ऑनलाइन भुगतान की सुविधा नहीं होगी, भक्तों को नगद राशि देकर ही दीप जलाने की अनुमति मिलेगी।
अन्य मंदिरों में भी तेल के दीपक की व्यवस्था –
दंतेश्वरी मंदिर, दंतेवाड़ा : 6000 ज्योति कलश जलेंगे, जिनमें घी और तेल दोनों तरह के दीपक शामिल होंगे।
चंद्रहासिनी मंदिर, चंद्रपुर : 6000 ज्योति कलश जलाए जाएंगे।
जतमई माता मंदिर, गरियाबंद : 8000 ज्योति कलश जलाए जाएंगे, जिसमें तेल ज्योति के लिए 651 रुपए शुल्क तय है।
बरफानी धाम, राजनांदगांव : 2000 ज्योति कलश जलेंगे, लेकिन यहां भी घी के दिए जलाने पर रोक रहेगी।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं –
मंदिरों में दर्शन, पूजन और भंडारे की पूरी व्यवस्था की गई है। डोंगरगढ़ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 30 मार्च से 6 अप्रैल तक 10 एक्सप्रेस ट्रेनों का अस्थायी स्टॉपेज भी दिया गया है। वहीं, कई मंदिरों में लाइव दर्शन और ऑनलाइन दीपक जलाने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।