पहलगाम आतंकी हमला : रायपुर के कारोबारी दिनेश मिरानिया की गोली मारकर हत्या, 27 की गई जान

Pahalgam terror attack: Raipur businessman Dinesh Mirania shot dead, 27 killed
रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया समेत 27 लोगों की जान चली गई। हमले के वक्त दिनेश अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के साथ बैसरन घाटी में छुट्टियां मना रहे थे। आतंकियों ने बच्चों और पत्नी के सामने दिनेश को गोली मार दी। इस हमले में कई अन्य राज्यों के पर्यटकों की भी मौत हुई है, जिनमें इटली, इजराइल और नेपाल के नागरिक भी शामिल हैं। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली है।
शादी की सालगिरह पर मौत का मंजर –
दिनेश मिरानिया की उसी दिन शादी की सालगिरह थी। परिवार के साथ सेलिब्रेट करने गए थे, लेकिन वहां आतंकी गोलियों की बौछार लेकर पहुंचे। पत्नी नेहा मिरानिया के चेहरे पर बारूद के छींटे पड़े हैं और उनके बच्चे – बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता – सदमे में हैं। दिनेश को बचाने की कोशिश की गई लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी जान चली गई।
स्थानीय लोगों और सेना ने बचाई जान –
चिरमिरी से गए चार परिवारों के 11 लोग भी हमले में फंस गए थे। इनमें से कई बच्चों समेत सभी को स्थानीय लोगों और सेना के जवानों ने बचाया। नेहा मिरानिया ने बताया कि हमले के दौरान कुछ स्थानीय लोग आए और महिलाओं-बच्चों को सुरक्षित सेना कैंप तक ले गए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और आरोप –
हमले के बाद देशभर में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस नेता आकाश शर्मा ने हमले की निंदा की। कांग्रेस ने इसे खुफिया एजेंसियों और केंद्र सरकार की विफलता बताया है।
मरने वालों में शामिल कुछ नाम –
दिनेश मिरानिया (छत्तीसगढ़)
मनुज नाथ, शिवम मोगा (कर्नाटक)
दिलीप डेसले, अतुल मोहने (महाराष्ट्र)
सैयद हुसैन शाह (अनंतनाग)
सुदीप नेवपाने (नेपाल)
बिटन अधकेरी (यूएई)
हमले के बाद सुरक्षा हाई अलर्ट पर –
हमले के बाद पहलगाम इलाके को घेर लिया गया है। हेलिकॉप्टर से नजर रखी जा रही है। TRF (The Resistance Front) को लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी संगठन माना जाता है, जिसने हमले की जिम्मेदारी ली है।
दिनेश मिरानिया कौन थे?
दिनेश रायपुर के समता कॉलोनी में रहते थे, स्टील कारोबारी थे और चार भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका बेटा बेंगलुरु में पढ़ता है और बेटी रायपुर में। वह मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले हैं लेकिन कई सालों से रायपुर में बसे हैं।