भारतमाला घोटाला : 220 करोड़ के भ्रष्टाचार पर छत्तीसगढ़ में 20 ठिकानों पर EOW का बड़ा एक्शन

रायपुर, 24 अप्रैल 2025। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी भारतमाला परियोजना में गड़बड़ी को लेकर छत्तीसगढ़ में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने बड़ी कार्रवाई की है। रायपुर, दुर्ग, भिलाई, आरंग और अभनपुर समेत लगभग 20 ठिकानों पर अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। यह कार्रवाई भूमि अधिग्रहण में हुए करोड़ों के घोटाले से जुड़ी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, छापेमारी की जद में राजस्व विभाग के 17 से 20 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इनमें तात्कालिक SDM निर्भय साहू और तात्कालिक तहसीलदार शशिकांत कुर्रे प्रमुख हैं, जिनके रायपुर स्थित आवासों पर भी EOW की टीम ने दबिश दी है। इनके साथ ही पटवारी और राजस्व निरीक्षक जैसे अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं।
₹220 करोड़ के घोटाले का खुलासा –
भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापट्टनम तक 950 किमी लंबी सड़क निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें रायपुर से विशाखापट्टनम तक फोर लेन और दुर्ग से आरंग तक सिक्स लेन सड़क शामिल है। इस परियोजना के लिए कई किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी और बदले में उन्हें मुआवजा दिया जाना था।
लेकिन शुरुआती जांच में सामने आया कि कुछ अधिकारियों ने भू-माफियाओं और प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब ₹43 करोड़ का मुआवजा हड़प लिया। बाद में विस्तृत जांच में यह घोटाला ₹220 करोड़ से अधिक का पाया गया। अब तक EOW को ₹164 करोड़ के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।
कार्रवाई की अगली कड़ी –
EOW की टीमें इस समय विभिन्न ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच, कंप्यूटर और डिजिटल उपकरणों को जब्त करने की कार्रवाई कर रही हैं। राजस्व विभाग से जुड़ी सभी फाइलों और लेनदेन की गहराई से पड़ताल की जा रही है। अधिकारियों से पूछताछ का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।
EOW के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है और इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना भी जताई जा रही है।